चक्रधरपुर (झारखंड) : पश्चिमी सिंहभूम जिला अंतर्गत चक्रधरपुर नगर परिषद क्षेत्र में विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए क्षेत्रीय विधायक सुखराम उरांव ने बुधवार को कुल 26 विकास योजनाओं का विधिवत शिलान्यास किया। लगभग 77 लाख रुपये की लागत से संचालित होने वाली इन योजनाओं का भूमि पूजन नगर परिषद कार्यालय परिसर में नारियल फोड़कर और वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ किया गया।
इस अवसर पर नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी राहुल कुमार यादव ने बताया कि नगर क्षेत्र में जल-जमाव, सड़क, नाली और जलापूर्ति जैसी जनसमस्याओं को दूर करने के उद्देश्य से इन योजनाओं का शिलान्यास किया गया है। सभी कार्य विधायक सुखराम उरांव के दिशा-निर्देशन में किए जा रहे हैं।
विकास में बाधा बन रही भूमि समस्या
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विधायक ने कहा कि पहली बार चक्रधरपुर में इतने बड़े पैमाने पर एक साथ 26 योजनाओं की शुरुआत हो रही है। उन्होंने जानकारी दी कि चक्रधरपुर शहरी जलापूर्ति योजना के लिए विभाग को राशि भेज दी गई है और शीघ्र ही इसे धरातल पर उतारा जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि शहर में ड्रेनेज सिस्टम को लेकर टेंडर प्रक्रिया जल्द शुरू की जाएगी। हालांकि उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि बस पड़ाव और कचरा निस्तारण प्लांट जैसी महत्वपूर्ण परियोजनाओं के लिए अब तक भूमि उपलब्ध नहीं हो पाई है, जिससे इन योजनाओं की शुरुआत में बाधा आ रही है।
रानी तालाब का होगा जीर्णोद्धार, अतिक्रमण हटेगा
विधायक ने चक्रधरपुर की ऐतिहासिक पहचान माने जाने वाले रानी तालाब के जीर्णोद्धार को प्राथमिकता देने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि शहर की धर्मशालाएं, तालाब और नालियों पर जिन लोगों ने अवैध कब्जा कर रखा है, उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई जारी है और जल्द ही इन परिसरों को अतिक्रमण मुक्त किया जाएगा।
तीन बड़ी सड़कों का होगा निर्माण
शहर की तीन प्रमुख सड़कों — तंबाकूपट्टी से देवगांव सीमा, टोकलो रोड से चांदमारी हनुमान मंदिर, और सेक्रेट हार्ट स्कूल से पंप रोड पुलिया तक का निर्माण कार्य भी शीघ्र शुरू होगा। साथ ही थाना रोड में आरसीसी नाली का निर्माण होगा ताकि बारिश के दिनों में जलजमाव की समस्या से निजात मिल सके। इन सभी योजनाओं का कार्य डीएमएफटी फंड के तहत किया जा रहा है।
शिलान्यास समारोह में विधायक प्रतिनिधि समरेश सिंह उर्फ गुड्डू, पूर्व पार्षद शंभू साव, निक्कु सिंह, मोहम्मद अशरफ, दिनेश जेना, शेषनारायण लाल, पीरुल हक सहित नगर परिषद के अधिकारी-कर्मचारी व संवेदक बड़ी संख्या में मौजूद थे।