देवघर (झारखंड) : देवघर में 11 जुलाई से शुरू होने जा रहे श्रावणी मेला 2025 को लेकर जहां एक ओर प्रशासनिक तैयारियां अंतिम चरण में हैं, वहीं दूसरी ओर घोरमारा बाजार के पेड़ा व्यापारियों की चिंता बढ़ गई है। दरअसल, जिला प्रशासन द्वारा बासुकीनाथ जाने वाले पारंपरिक रूट को इस वर्ष बदल दिया गया है, जिससे श्रद्धालु अब घोरमारा बाजार से नहीं गुजरेंगे। इस परिवर्तन से सैकड़ों पेड़ा कारोबारियों की आमदनी पर असर पड़ने की आशंका जताई जा रही है।
Deoghar Shravani Mela : श्रद्धालुओं को अब नहीं मिलेगा घोरमारा बाजार जाने का मौका
श्रावणी मेले के दौरान देवघर से जलाभिषेक कर बासुकीनाथ जाने वाले श्रद्धालु आमतौर पर घोरमारा बाजार होते हुए यात्रा करते थे, जहां पेड़ा प्रसाद के रूप में बड़े पैमाने पर खरीदा जाता था। लेकिन, इस वर्ष सड़क निर्माण कार्य के कारण उस मार्ग पर भारी वाहनों की आवाजाही पर रोक लगा दी गई है।
सरैयाहाट होते हुए नया रूट निर्धारित
प्रशासन ने इस बार श्रद्धालुओं के लिए रिखिया होते हुए सरैयाहाट के रास्ते बासुकीनाथ पहुंचने का रूट तय किया है। यह नया मार्ग लगभग 30-32 किलोमीटर लंबा है, लेकिन सुरक्षा और यातायात की दृष्टि से अधिक उपयुक्त माना जा रहा है। हालांकि, इस बदलाव ने पेड़ा कारोबारियों की सालाना कमाई पर संकट खड़ा कर दिया है।
Deoghar Shravani Mela : कारोबारियों को नुकसान की आशंका, तैयारियों पर फंसा पैसा
घोरमारा के पेड़ा कारोबारी संजय मंडल का कहना है कि सावन को ध्यान में रखते हुए उन्होंने सजावट, स्टॉक और हलवाइयों पर पहले ही लाखों रुपये खर्च कर दिए हैं। लेकिन, अब रूट परिवर्तन से ग्राहक न आने की संभावना है, जिससे निवेश डूबने का खतरा है।
कारोबारी ने बताया कि हर साल लाखों रुपये का पेड़ा घोरमारा में बिकता था, लेकिन इस बार व्यापार पर सीधा असर होगा। रूट चेंज से श्रद्धालुओं की संख्या में गिरावट आना तय है, जिससे पेड़े की बिक्री नहीं हो पाएगी।
वापसी के रूट से मिलने की अनुमति, लेकिन राहत नहीं पूरी
संथाल चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष गोपाल कृष्ण ने बताया कि व्यापारियों की समस्या को उपायुक्त के समक्ष रखा गया, जिसके बाद यह निर्णय लिया गया है कि श्रद्धालु बासुकीनाथ से लौटते समय घोरमारा से होकर जा सकेंगे। हालांकि, कारोबारियों का कहना है कि आमतौर पर श्रद्धालु प्रसाद की खरीदारी जाते समय करते हैं, वापसी में नहीं। इसलिए यह व्यवस्था आंशिक राहत ही दे पाएगी।
Deoghar Shravani Mela : कारोबारियों ने मुआवजे और वैकल्पिक व्यवस्था की मांग की
पेड़ा व्यापारियों ने सरकार से मांग की है कि रूट परिवर्तन के कारण जिन कारोबारियों को नुकसान हो रहा है, उन्हें उचित मुआवजा दिया जाए। इसके साथ ही भविष्य में ऐसी स्थिति से बचने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था पहले से सुनिश्चित की जाए, जिससे परंपरागत व्यवसाय पर असर न पड़े।