प्रयागराज : महाकुंभ के दौरान हुई भगदड़ के बाद श्रद्धालुओं की संख्या में बड़ी गिरावट आई है। भगदड़ की घटना के बाद लोगों के मन में सुरक्षा को लेकर चिंतित कई श्रद्धालुओं ने अपनी यात्रा टाल दी है। इसका सीधा असर होटल, रेस्टोरेंट और टूर एंड ट्रेवल ऑपरेटरों पर पड़ा है। पिछले दो दिनों में 25 प्रतिशत श्रद्धालुओं ने अपनी होटल बुकिंग रद्द कर दी है।
सुरक्षा की चिंता बनी वजह
महाकुंभ के पहले दिन से ही बड़ी संख्या में श्रद्धालु प्रयागराज पहुंच रहे थे, जिससे होटलों में बुकिंग फूल हो चुकी थी। लेकिन अब नई बुकिंग में कमी आई है और कई लोग जिन्होंने पहले से बुकिंग करा रखी थी। उन्होंने भी सुरक्षा के मद्देनजर अपनी बुकिंग कैंसिल कर दी है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार प्रयागराज होटल और रेस्टोरेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष हरजेंद्र सिंह ने बताया कि कई श्रद्धालुओं ने उनसे कुंभ क्षेत्र की स्थिति सामान्य होने के बाद सूचित करने को कहा है।
होटल मालिकों के अनुसार, भगदड़ के बाद कई बाहरी श्रद्धालुओं ने बुकिंग रद्द की है और वे चाहते हैं कि उनके पैसे भविष्य की तारीखों में एडजस्ट कर दिए जाएं। इससे होटल और पर्यटन से जुड़े अन्य व्यवसायों पर भी असर पड़ा है। प्रयागराज में इस समय 200 से अधिक होटल संचालित हो रहे हैं, जिनमें कई विशेष रूप से महाकुंभ के लिए तैयार किए गए थे।
हालात सामान्य होने पर बुकिंग में तेजी की उम्मीद
मीडिया ने छपी एक रिपोर्ट के अनुसार देव काली होटल के मालिक शेखर श्रीवास्तव ने भी माना है कि बुकिंग रद्द करने वालों की संख्या बढ़ी है और कुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में गिरावट आई है। हालांकि, उन्होंने आशा व्यक्त की कि हालात सामान्य होने के बाद बुकिंग में तेजी आ सकती है। कुछ लोगों का यह भी मानना है कि वाहनों की एंट्री पर रोक लगने से भी व्यवसाय पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है।
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