रांची : झारखंड के धनबाद में हुए एनआरएचएम (नेशनल रूरल हेल्थ मिशन) घोटाले के मुख्य आरोपी प्रमोद कुमार सिंह को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने तीन दिनों तक रिमांड पर लेकर पूछताछ की। बुधवार को ईडी द्वारा गिरफ्तार किए गए प्रमोद कुमार सिंह को पीएमएलए (प्र Prevention of Money Laundering Act) की विशेष कोर्ट में पेश किया गया, जहाँ उसे जेल भेज दिया गया। प्रमोद कुमार सिंह पर आरोप है कि उसने सरकारी निधियों का दुरुपयोग करते हुए 9.39 करोड़ रुपये की अवैध निकासी की थी।
पद का दुरुपयोग
ईडी की जांच में यह सामने आया कि प्रमोद कुमार सिंह और उनके सहयोगी शशि भूषण प्रसाद ने सरकारी पैसे का गबन किया। एनआरएचएम के लिए आवंटित राशि में से करोड़ों रुपये का गबन किया गया। विशेष रूप से, 2011-12 में 6.97 करोड़ रुपये की राशि की अवैध निकासी की गई, जिसमें प्रमोद कुमार सिंह ने अपने खाते में सरकारी फंड मंगवाकर उन्हें खर्च किया। साथ ही, पीएचसी (प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र) के खाते से भी फंड ट्रांसफर किए गए, जो अवैध था।
ईडी की कार्रवाई और छापेमारी
ईडी ने 2024 के जुलाई और अगस्त माह में प्रमोद कुमार सिंह और उनके परिवार के खिलाफ छापेमारी की थी। इस दौरान ईडी ने कई दस्तावेजों और दो लाख 17 हजार रुपये की नकदी बरामद की। इसके अलावा, ईडी ने प्रमोद कुमार सिंह और उनके परिवार की 1.63 करोड़ रुपये की संपत्ति को जब्त किया, और उनके तीन महंगे वाहन भी जप्त किए गए। ईडी ने प्रमोद कुमार सिंह के बैंक खातों को भी फ्रिज कर दिया है।
प्रमोद सिंह की पत्नी भी घोटाले में शामिल
ईडी की जांच में यह भी सामने आया कि प्रमोद कुमार सिंह की पत्नी प्रिया सिंह के बैंक अकाउंट में भी अवैध रूप से पैसे ट्रांसफर किए गए थे। इसके चलते प्रमोद कुमार सिंह और उनके परिवार के खिलाफ कई आरोप दर्ज किए गए हैं।
अब क्या आगे की प्रक्रिया होगी?
अब यह मामला पीएमएलए कोर्ट में है, जहां से प्रमोद कुमार सिंह को जेल भेज दिया गया है। ईडी ने अपनी जांच में और दस्तावेजों की तलाशी लेने की योजना बनाई है और मामले में नई जानकारी मिलने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।