RANCHI : अगर आपका भी फोन या इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस खराब हो गया है और इसे फेंकने की सोच रहे हैं, तो अलर्ट हो जाएं। आपका ये कदम न केवल पृथ्वी को नुकसान पहुंचा सकता है, बल्कि पर्यावरण के लिए भी खतरनाक है।
इसे रोकने के लिए झारखंड स्टेट पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड ने अच्छी पहल की है। इससे न केवल ई-वेस्ट का प्रॉपर डिस्पोजल किया जा सकेगा, बल्कि सेफ डिस्पोजल के लिए रिवार्ड भी मिलेगा। बता दें कि पॉल्यूशन कंट्रोल ने कई एजेंसियों के साथ टाईअप किया है। वहीं उनकी जानकारी भी पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड की वेबसाइट पर दी गई है।
जगह-जगह लगाए जा रहे ई-वेस्ट डस्टबिन
शहर के कई सरकारी ऑफिस में ई वेस्ट डिस्पोजल के लिए डस्टबिन लगाई गई है। जिसमें कोई भी व्यक्ति अपने घर या ऑफिस से निकले ई-वेस्ट को जाकर डाल सकता है। इसके बाद संबंधित विभाग के लोग ई-वेस्ट को ले जाकर सही तरीके से डिस्पोज करेंगे। अगर उसमें से कोई सामान रीयूज के लायक होगा तो उसकी रिपेयरिंग कराकर दोबारा इस्तेमाल में लाया जा सकेगा।
लोगों से पहल करने की अपील
पॉल्यूशन कंट्रोल के लिए झारखंड स्टेट पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड काम कर रहा है। कई एजेंसियां भी कैंप लगाकर इंडस्ट्रीज और लोगों को जागरूक कर रही है, ताकि पॉल्यूशन को कंट्रोल किया जा सके। अब बोर्ड ने लोगों से इसमें सहयोग करने की अपील की है। तभी पॉल्यूशन को कंट्रोल किया जा सकेगा। अगर लोग अपने घर और ऑफिस से पॉल्यूशन कंट्रोल की पहल अभी से नहीं करेंगे तो आनेवाली स्थिति भयावह हो जाएगी।
प्लास्टिक कंटेनर का करें बहिष्कार
एक्सपर्ट ने कहा कि आज प्लास्टिक के कंटेनर और सिंगल यूज प्लास्टिक सबसे ज्यादा पॉल्यूशन फैला रहे हैं। ऑनलाइन फूड का चलन भी तेजी से बढ़ा है। प्लास्टिक के कंटेनर में खाना भेजा जा रहा है। ये लोगों की सेहत के साथ पर्यावरण के लिए भी नुकसानदायक है। ऑनलाइन फूड देने वाले भी इसके बारे में सोचें तो पॉल्यूशन कंट्रोल करने में अहम रोल निभा सकते हैं। इको फ्रेंडली कंटेनर के लिए एक्स्ट्रा चार्ज देने में लोगों को भी नहीं हिचकिचाना चाहिए। इससे आम लोग भी पर्यावरण को बचाने में मदद कर सकते हैं। इसके साथ ही कहा कि अगर हम सिंगल यूज प्लास्टिक का इस्तेमाल करना ही छोड़ दें तो ये बड़ा कदम साबित होगा। कपड़े और पेपर बैग का उपयोग करें। इससे पर्यावरण को भी नुकसान नहीं होगा।