Dumka (Jharkhand): दुमका जिले के शिकारीपाड़ा थाना क्षेत्र के दलदली गांव के पास बुधवार की देर रात एक भीषण सड़क दुर्घटना में नवविवाहिता दुल्हन समेत दो लोगों की जान चली गई, जबकि चार अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। यह हृदयविदारक घटना तब घटी जब दुल्हन अपनी शादी के बाद पहली बार ससुराल जा रही थी, और खुशियों का माहौल पल भर में मातम में बदल गया। घायलों का इलाज फूलो झानो मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में चल रहा है।
नवविवाहिता की दर्दनाक विदाई
मिली जानकारी के अनुसार, शिकारीपाड़ा के नव पहाड़ गांव की चूमकई हांसदा का विवाह बुधवार को पाकुड़ जिले के पाकुड़िया थाना अंतर्गत बबूईझूटी निवासी निर्मल मुर्मू के साथ संपन्न हुआ था। दिनभर शादी की रस्मों और शाम को पार्टी के बाद, दुल्हन को देर रात ससुराल के लिए विदा किया गया। परिजनों के अनुसार, गुरुवार को बेटी की विदाई शुभ नहीं मानी जाती, इसलिए बुधवार की रात ही उसे ससुराल भेजने का निर्णय लिया गया।
पत्थर और ट्रक बने काल
दुल्हन समेत आठ लोग चार अलग-अलग बाइकों पर सवार होकर बबूईझूटी की ओर रवाना हुए थे। लेकिन, दलदली के पास पहुंचते ही दुर्भाग्य ने उन्हें घेर लिया। सड़क पर पत्थर लोड एक ट्रक से अचानक एक बड़ा पत्थर का टुकड़ा एक बाइक सवार व्यक्ति के शरीर पर गिर गया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। घायल व्यक्ति का हालचाल जानने के लिए चारों बाइक चालकों ने सड़क किनारे अपनी-अपनी बाइकें रोक दीं। इसी दौरान, पीछे से आ रहे एक तेज रफ्तार खाली ट्रक ने सड़क किनारे खड़े इन लोगों को अपनी चपेट में ले लिया।
घटनास्थल पर एक की मौत, अस्पताल में दुल्हन ने तोड़ा दम
इस भीषण हादसे में डुनुस सोरेन नामक व्यक्ति की घटनास्थल पर ही दर्दनाक मौत हो गई, जबकि दुल्हन समेत पांच अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। सभी घायलों को तत्काल इलाज के लिए दुमका के फूलो झानो मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले जाया गया। लेकिन, किस्मत को कुछ और ही मंजूर था। अस्पताल में इलाज के दौरान नवविवाहिता दुल्हन चूमकई हांसदा ने भी दम तोड़ दिया, जिससे दोनों परिवारों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा।
गंभीर रूप से घायल एक अन्य व्यक्ति को बेहतर इलाज के लिए हायर सेंटर रेफर किया गया है, जबकि बाकी तीन घायलों का इलाज फूलो झानो मेडिकल कॉलेज अस्पताल में जारी है। इस घटना में दूल्हा बाल-बाल बच गया, लेकिन अपनी पत्नी को खोने के गम में वह बुरी तरह से टूट गया है। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है और पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ गई है। यह दुखद घटना एक बार फिर सड़क सुरक्षा और यातायात नियमों के पालन की आवश्यकता पर जोर देती है।