जमशेदपुर : पूर्वी सिंहभूम जिले के कई स्कूल नियमित रूप से अभिभावक-शिक्षक बैठक (पीटीएम) नहीं करा रहे हैं। यही वजह है कि यह जिला अपने पड़ाेसी सरायकेला खरसावां जिले से पिछड़कर राज्य में 8वें स्थान पर है। पूर्वी सिंहभूम जिले में जहां सरायकेला-खरसावां, गिरिडीह, रांची, खूंटी और जामताड़ा के शत-प्रतिशत स्कूलाें ने पीटीएम कराया है। वहीं पूर्वी सिंहभूम जिले के 97 प्रतिशत स्कूलाें ने ही पीटीएम कराया है। वहीं सबसे कम 71% पीटीएम दुमका जिला में हुआ है। इस तरह 19 जिलाें में शत-प्रतिशत स्कूलाें में पीटीएम नहीं हुए। इसकाे देखते हुए झारखंड शिक्षा परियाेजना परिषद ने संबंधित जिलाें से जवाब मांगा है। इसके साथ ही वर्तमान सत्र के बचे हुए दाे पीटीएम सभी स्कूलाें में कराने का निर्देश दिया है। इस पीटीएम में शक्षक नियमित रूप से स्कूल आ रहे हैं? आ रहे हैं ताे बच्चाें काे पढ़ा रहे हैं या नहीं? सिलेबस समय पर पूरा किया जा रहा या नहीं जैसे कई सवाल अभिभावक पूछते हैं। एेसे में कहा जा रहा है कि इन तीखे सवालाें से बचने के लिए स्कूल प्रबंधन पीटीएम नहीं करा रहे हैं। पूर्वी सिंहभूम जिले के करीब 70 से अधिक स्कूलाें ने विभागीय आदेश के बाद भी अभिभावक-शिक्षक बैठक (पीटीएम) नहीं कराया है।
किन जिलाें में कितने प्रतशित स्कूलाें ने कराई पीटीएम:
सरायकेला-खरसावां 100%, खूंटी 100%, गिरिडीह 100%, रांची 100%, जामताड़ा 100%, काेडरमा 98%, बाेकाराे 98%, पूर्वी सिंहभूम 97%, रामगढ़ 96%, पाकुड़ 95%, हजारीबाग 93%, चतरा 92%, लातेहार 92%, सिमडेगा 92%, देवघर 90%, गाेड्डा 89%, लाेहरदगा 89%, पलामू 88%, धनबाद 88%, गुमला 81%, साहेबगंज 81%, गढ़वा 78%, दुमका 71%, राज्य 91%
हर 3 महीने पर हाेती है पीटीएम:
सरकारी स्कूलाें के लिए जारी एसओपी के तहत पीटीएम हर 3 महीने में हाेता है। सत्र 2024-25 में अब तक पहला पीटीएम 10-16 जून तक हुआ। दूसरा पीटीएम 2-7 सितंबर तक हुआ। अब तीसरा पीटीएम 1 से 6 दिसंबर के बीच हाेना है। 1 दिसंबर काे रविवार है और सामान्य स्कूल बंद रहेंगे। इसलिए इन स्कूलाें में साेमवार से 6 दिसंबर तक पीटीएम संभव है। वहीं उर्दू स्कूलाें में रविवार काे भी पीटीएम कराया जा सकता है। पीटीएम सुबह 9 से 11:30 बजे तक हाेगा। सत्र का अंतिम पीटीएम 3-9 मार्च के बीच हाेगा।
पीटीएम के आयोजन का यह है उद्देश्य:
निजी स्कूलाें की तरह सरकारी स्कूलाें में भी पीटीएम कराने का उद्देश्य शिक्षक, माता-पिता अाैर बच्चों के बीच स्कूल में सहज वातावरण का निर्माण है। साथ ही अभिभावक बच्चाें के सीखने की प्रक्रिया में सहयोग करें इसे लेकर उन्हें स्कूल की ओर से गाइड करना। अभिभावक काे स्कूल या शिक्षक से काेई शिकायत हाे ताे वे स्कूल प्रबंधन के समक्ष रख सकें साथ ही शिक्षक भी पढ़ाई और संपूर्ण विकास पर बच्चे की स्थिति से अभिभावकाें काे अवगत कराते रहें। यही पीटीएम का मुख्य उद्देश्य है।