नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को Operation Sindoor Outreach अभियान के तहत विभिन्न देशों की यात्रा कर लौटे सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडलों से भेंट की। इन प्रतिनिधिमंडलों ने पाकिस्तान समर्थित आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक समर्थन जुटाने के लिए 33 देशों की राजधानियों और यूरोपीय संघ मुख्यालय का दौरा किया।
आतंकवाद के विरुद्ध एकजुट भारत की अंतरराष्ट्रीय रणनीति
22 अप्रैल को पहलगाम में हुए दर्दनाक आतंकी हमले के बाद, जिसमें 26 निर्दोष नागरिकों की निर्मम हत्या की गई, भारत ने ऑपरेशन सिंदूर की शुरुआत की थी। इसके तहत भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान और पीओके में आतंकियों के ठिकानों को ध्वस्त किया। इसके बाद पाकिस्तानी सेना की प्रतिक्रिया को भारत की मिसाइल रक्षा प्रणाली ने पूरी तरह निष्क्रिय कर दिया।
क्या है ऑपरेशन सिंदूर आउटरीच?
सरकार ने ऑपरेशन सिंदूर आउटरीच के तहत सर्वदलीय सांसदों को अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत का पक्ष रखने और पाकिस्तान को बेनकाब करने भेजा। इस अभियान का उद्देश्य था – वैश्विक स्तर पर आतंकवाद के खिलाफ भारत की प्रतिबद्धता को मजबूत करना।
किन नेताओं ने किया नेतृत्व?
इस अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधिमंडल में शामिल प्रमुख नाम:
- भाजपा: रविशंकर प्रसाद, बैजयंत पांडा
- कांग्रेस: शशि थरूर
- जेडीयू: संजय झा
- शिवसेना: श्रीकांत शिंदे
- द्रमुक: कनिमोई
- राकांपा (शरद पवार): सुप्रिया सुले
- अन्य प्रमुख नेता: गुलाम नबी आजाद, सलमान खुर्शीद, असदुद्दीन ओवैसी
इन नेताओं ने यूरोप, अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, डेनमार्क, इटली और ब्रसेल्स जैसे देशों में जाकर भारत की कूटनीति को मजबूती प्रदान की।
PM मोदी के साथ साझा किए अनुभव
इन सभी नेताओं ने अपनी यात्राओं के दौरान मिले अनुभवों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ साझा किया। पीएम मोदी ने देशहित में एकजुट होकर काम करने वाले सभी नेताओं की खुलकर सराहना की और कहा कि, “यह भारत के लोकतंत्र की शक्ति है, जहां सभी राजनीतिक दल राष्ट्रहित में एकमत होकर कार्य करते हैं।”
Read Also: All Party Delegation: पीएम मोदी से मिलेंगे सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के सदस्य, अनुभव करेंगे साझा