बेरमो : झारखंड में बोकारो जिला के बेरमो स्थित जारंगडीह से खेतको को जोड़ने वाले उच्चस्तरीय पुल से एक बुजुर्ग खेतको निवासी 70 वर्षीय जीतन साव ने रविवार रात करीब 8 बजे उफनती दामोदर नदी में छलांग लगा दी। पानी का बहाव तेज होने के कारण उसे खोजा नहीं जा सका। लगातार तेज बारिश के कारण पानी का बहाव फिलहाल काफी तेज है। घटना की सूचना मिलते ही बोकारो थर्मल थाना के इंस्पेक्टर सह थाना प्रभारी पिंकू कुमार यादव व कथारा ओपी प्रभारी राजेश कुमार प्रजापति खेतको पुल पहुंचे और लोगों से जानकारी ली।
क्या है घटना
स्थानीय लोगों ने पुलिस को बताया कि जीतन साव ने घरेलू विवाद के चलते ऐसा कदम उठाया। उनके घर के आसपास रहने वाले लोगों ने बताया कि जीतन साव के तीन पुत्र हैं। तीनों बारी-बारी से उन्हें खाना खिलाते थे। रविवार को भी घर में एक पुत्र के पास खाना खाने के बाद दूसरे पुत्र के यहां सोने गए तो उसे सुलाने से मना कर दिया गया और कमरे में ताला लगा दिया गया। इसके बाद वृद्ध आक्रोशित होकर घर से निकल गया और पुल की ओर चला गया। यहां कुछ देर सोचने के बाद ऊपर से दामोदर नदी में छलांग लगा दी। देर रात तक परिजनों के साथ आसपास के लोग उसे ढूंढने का प्रयास करते रहे।
दामोदर नदी पर आत्महत्या की पिछली घटनाएं
बता दें कि दामोदर नदी पर बने कई पुलों से आए दिन छलांग लगाकर आत्महत्या करने की घटनाएं होती रही हैं। 29 अगस्त 2024 को फुसरो-जैनामोड़ मुख्य मार्ग पर हिंदुस्तान पुल से एक युवती आपसी विवाद के बाद दामोदर नदी में कूद गई थी। युवती की पहचान चास के कुंवर सिंह कालोनी निवासी अजय कुमार बरनवाल की 29 वर्षीय पुत्री श्वेता कुमारी के रूप में हुई थी। उसका शव 52 घंटे बाद मानगो तांतरी भंडारीदह नए पुल के पास नदी से बरामद किया गया था।

2 सितंबर 2024 को भी हिंदुस्तान पुल से दामोदर नदी में तुपकाडीह निवासी एक किशोरी ने छलांग लगा दी थी। मार्ग से गुजर रहा करण कुमार किशोरी को बचाने नदी में कूद पड़ा था। आवाज सुनकर नदी किनारे बैठे अन्य लोग भी कूद गए और किशोरी को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया था। 26 जून 2021 को भी हिंदुस्तान पुल से ही फुसरो के पटेलनगर निवासी 56 वर्षीय मो. कमरुद्दीन ने दामोदर नदी में छलांग लगा दी थी। उसका शव तीन दिन बाद धनबाद में बरामद किया गया था। स्वजनों ने बताया था कि कमरुद्दीन काम नहीं मिलने से डिप्रेशन में था।