नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए कल होने वाले मतदान से ठीक पहले चुनाव आयोग ने एक बड़ी कार्रवाई की है। इसके तहत दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और मौजूदा मुख्यमंत्री आतिशी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।
केजरीवाल के खिलाफ FIR
3 फरवरी 2025 को सोनीपत के शाहबाद पुलिस थाने में अरविंद केजरीवाल के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई। यह एफआईआर उनके एक बयान को लेकर हुई है, जिसमें अरविंद केजरीवाल ने हरियाणा सरकार पर यमुना नदी के पानी में जहर मिलाने का आरोप लगाया था। चुनाव आयोग ने उनसे इस आरोप के सबूत मांगे थे, लेकिन जब आयोग संतुष्ट नहीं हो पाया, तो कार्रवाई की गई।
आतिशी के खिलाफ दोहरी कार्रवाई
मौजूदा मुख्यमंत्री आतिशी के खिलाफ आचार संहिता के उल्लंघन के आरोप में दो अलग-अलग एफआईआर दर्ज की गईं।
- सरकारी गाड़ी का इस्तेमाल: सोमवार रात दिल्ली पुलिस ने गोविंदपुरी थाने में आतिशी पर एफआईआर दर्ज की। आरोप है कि आतिशी ने चुनाव प्रचार के दौरान सरकारी गाड़ी का उपयोग किया, जो आचार संहिता का उल्लंघन है।
- नकदी के साथ कर्मचारी की गिरफ्तारी: मंगलवार को एक और घटना सामने आई, जब आतिशी के कार्यालय के कर्मचारी गौरव, को 5 लाख रुपये नकद के साथ पकड़ा गया। आरोप है कि वह यह राशि मतदाताओं में बांटने के लिए ले जा रहा था, जो आचार संहिता का उल्लंघन है। इस मामले में भी दिल्ली पुलिस ने आतिशी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।
इन दोनों मामलों ने दिल्ली के चुनावी माहौल को और गर्म कर दिया है। आतिशी ने इन कार्रवाइयों को भाजपा और दिल्ली पुलिस की ओर से राजनीतिक प्रतिशोध बताते हुए कहा कि चुनाव आयोग निष्पक्ष चुनाव कराने में विफल हो रहा है। वहीं, भाजपा ने इन कार्रवाइयों को चुनाव आयोग की निष्पक्षता का प्रमाण बताया है।
दिल्ली में 70 विधानसभा सीटों के लिए मतदान 5 फरवरी को होगा, और नतीजे 8 फरवरी को घोषित किए जाएंगे। इस बीच, चुनावी माहौल और राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप की घटनाएं दिल्ली की चुनावी रणनीति को प्रभावित कर रही हैं।