चक्रधरपुर : पश्चिमी सिंहभूम जिले के चक्रधरपुर में शटडाउन लेकर ट्रांसफार्मर में फ्यूज बांधने के दौरान बिजली मिस्त्री को 11000 वोल्ट के चपेट में आने से झुलस गया था। गुरुवार को टीएमएच में इलाज के दौरान बिजली मिस्त्री की मौत हो गई है। इस मामले को लेकर लोगों का कहना है कि बिजली विभाग की लापरवाही से बिजली मिस्त्री का जान गई है। इसलिए उचित मुआवजा दिया जाए।
लोटापहाड़ गांव निवासी श्याम सुंदर रजक बिजली विभाग में अनुबंध कर्मी के रूप में कार्यरत है। कराईकेला थाना क्षेत्र के लांडुपदा गांव के आदिवासी टोला में स्थित विद्युत ट्रांसफार्मर का फ्यूज उड़ गया था। इसके बाद बिजली विभाग के द्वारा बिजली मिस्त्री श्यामसुंदर रजक को लांडुपदा गांव के आदिवासी टोला में स्थित विद्युत ट्रांसफार्मर का फ्यूज तार को बांधने का कार्य सौंपा गया। बिजली मिस्त्री श्यामसुंदर रजक लांडुपदा गांव के आदिवासी टोला पहुंचा और विभाग से शटडाउन लेकर ट्रांसफार्मर में चढ़कर फ्यूज का तार बांधने का कार्य कर रहा था। कार्य समाप्त भी नहीं हुआ था कि अचानक लाइन चालू कर दिया गया।
11 हजार का करंट चालु होते ही तेज चिंगारी और धमाके के साथ ट्रांसफार्मर में फ्यूज बांध रहा श्याम सुंदर को बिजली का जोरदार झटका लगा और वह सीधे जमीन पर गिर पड़ा। 11 हजार वोल्ट का तेज झटका खाकर बिजली मिस्त्री श्यामसुंदर के पीठ, दोनों पैर व शरीर के विभिन्न हिस्से झुलस गए। घटना के बाद स्थानीय ग्रामीण बिजली मिस्त्री श्यामसुंदर रजक को अनुमंडल अस्पताल चक्रधरपुर लेकर पहुंचे। जहां प्राथमिक उपचार करने के बाद बिजली मिस्त्री श्यामसुंदर की गंभीर स्थिति को देखते हुए उसे टीएमएच जमशेदपुर रेफर कर दिया गया था।
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