मुंबई : पालघर जिले में महाराष्ट्र राज्य विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड (MSEDCL) आशागढ़ शाखा, डहानू उपविभाग के कनिष्ठ अभियंता (Junior Engineer) अतुल अशोक आव्हाड को एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) की टीम ने दो लाख रुपए रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है। यह गिरफ्तारी भ्रष्टाचार के खिलाफ ठाणे एंटी करप्शन ब्यूरो के सक्रिय अभियान के तहत की गई।
बिजली कनेक्शन के लिए रिश्वत की मांग
ठाणे एंटी करप्शन ब्यूरो के अनुसार, शिकायतकर्ता के भैंसों के तबेले (दूध डेयरी) में अवैध रूप से सीधे केबल से बिजली जोड़ी गई थी। उसके बाद कनिष्ठ अभियंता अतुल अशोक आव्हाड ने शिकायतकर्ता पर सात लाख रुपए जुर्माना लगाया था। 20 मार्च 2025 को अभियंता ने शिकायतकर्ता से जुर्माना माफ करने और उनके बिजली कनेक्शन को सही करने के लिए रिश्वत के तौर पर तीन लाख रुपए की मांग की थी। उन्होंने पहली किश्त के तौर पर दो लाख रुपए तुरंत देने को कहा था।
शिकायतकर्ता ने एसीबी को दी जानकारी
शिकायतकर्ता ने 20 मार्च को ही पालघर एंटी करप्शन ब्यूरो को इस मामले की सूचना दी। उसके बाद एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने तुरंत कार्रवाई की।
रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार
20 मार्च 2025 को जब कनिष्ठ अभियंता अतुल अशोक आव्हाड रिश्वत की पहली किश्त दो लाख रुपए ले रहे थे, तभी एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार अभियंता के खिलाफ स्थानीय पुलिस स्टेशन में दर्ज मामला किया गया है।
ठाणे एसीबी एसपी मार्गदर्शन में हुई कार्रवाई
इस कार्रवाई का नेतृत्व ठाणे एंटी करप्शन ब्यूरो के पुलिस अधीक्षक शिवराज पाटील ने किया। यह गिरफ्तारी भ्रष्टाचार के खिलाफ ठाणे जिले में चलाए जा रहे अभियान की एक महत्वपूर्ण सफलता मानी जा रही है।
भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कदम
महाराष्ट्र में भ्रष्टाचार के खिलाफ बढ़ते अभियान के तहत एंटी करप्शन ब्यूरो लगातार भ्रष्टाचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रही है। इस मामले में अभियंता की गिरफ्तारी एक सख्त संदेश है कि भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।