चाईबासा। झारखंड के सारंडा में हाथियों का आतंक लगातार बढ़ता जा रहा है। पश्चिमी सिंहभूम जिले के किरीबुरू थाना क्षेत्र के भनगांव गांव निवासी मुंगडू नायक एक दोस्त के साथ रविवार की शाम गांव में रोजों पर्व पर शामिल होने जा रहा था कि तभी हाथी ने हमला कर दिया और उसकी मौत हो गई। यह घटना क्षेत्र में मनुष्यों की जान पर बन आए हाथी हमलों की कड़ी में एक और दु:खद घटना है।
ग्रामीणों ने वन विभाग पर लगाया लापरवाही का आरोप
भनगांव गांव के लोगों ने बताया कि मृतक मुंगडू नायक रोजों पर्व पर शामिल होने के लिए एक दोस्त के साथ जा रहा था। जहां जंगल में हाथी अचानक सामने आ गया और दोनों युवकों पर हमला कर दिया। एक युवक ने तो किसी तरह एक पेड़ की आड़ लेकर जान बचाने में सफलता पाई लेकिन मुंगडू नायक हाथी की चपेट में आ गया। हाथी ने उसे पटक-पटककर मार डाला। घटनास्थल पर मृतक का टॉर्च और चप्पल पड़ा हुआ मिला है। पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए चाईबासा सदर अस्पताल भेज दिया है।
लगातार हो रहे हाथियों के हमले, लोगों में दहशत
यह कोई पहली घटना नहीं है। एक महीने में हाथी ने तीन लोगों की जान ले ली थी। झारखंड के दो और ओडिशा के एक व्यक्ति को हाथियों ने कुचल दिया था। इतना ही नहीं, दर्जनों गांव के घरों के साथ-साथ फसल को भी हाथियों से नुकसान पहुंच रहा है। लगातार हो रही हाथी का हमले से सारंडा के लोगों में काफी आक्रोश हैं। लोगों का कहना है कि वन विभाग हाथियों को रोकने में असफल रहा है। लोगों की जान-माल सुरक्षित नहीं है। विभाग को जल्द से जल्द कारगर कदम उठाने चाहिए।
ग्रामीणों में बढ़ रहा आक्रोश
ग्रामीणों ने घटना के बाद वन विभाग की लापरवाही को जिम्मेदार ठहराया है। उनका कहना है कि क्षेत्र में हाथियों की आवाजाही पहले से जारी है लेकिन वन विभाग की ओर से कोई स्थायी समाधान नहीं निकाला गया। सिर्फ पटाखे और टॉर्च देकर ग्रामीणों को वन विभाग उनके हाल पर छोड़ दे रहा है। इस बात से ग्रामीण काफी नाराज हैं।
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