लखनऊ: चीन में तेजी से फैल रहे HMPV (ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस) वायरस ने अब भारत के कई राज्यों में भी दस्तक दे दी है। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एक 60 वर्षीय महिला में इस वायरस के लक्षण पाए गए हैं। महिला को सर्दी, जुकाम, बुखार और सांस लेने में कठिनाई के साथ अस्पताल में भर्ती कराया गया। इसके बाद उसे बलरामपुर अस्पताल रेफर कर दिया गया, जहां उसका टेस्ट कराने के लिए सैंपल भेजा गया है।
लखनऊ में पहली बार HMPV संक्रमण का मामला
जानकारी के अनुसार, 60 वर्षीय महिला को केजीएमयू (किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी) में भर्ती कराया गया था, जहां उसे सर्दी, जुकाम और बुखार के साथ-साथ सांस लेने में भी दिक्कत हो रही थी। डॉक्टरों ने महिला के लक्षणों को देखते हुए उसे बलरामपुर अस्पताल भेज दिया। अस्पताल में भर्ती होने के बाद महिला के ब्लड सैंपल को जांच के लिए एक प्राइवेट लैब में भेजा गया है और रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है।
भारत में अब तक HMPV के 9 मामले
HMPV वायरस ने अब तक भारत के विभिन्न राज्यों में संक्रमण फैलाया है। अब तक देश में इस वायरस के कुल 9 मामलों की पुष्टि हो चुकी है। इन मामलों में से तमिलनाडु और कर्नाटक में 2-2, महाराष्ट्र में 3 और गुजरात में 2 लोग संक्रमित पाए गए हैं। वायरस के बढ़ते मामलों के मद्देनजर, स्वास्थ्य विभाग ने संबंधित राज्यों में एसओपी (मानक संचालन प्रक्रिया) और गाइडलाइंस जारी की हैं ताकि संक्रमण के प्रसार को रोका जा सके।
HMPV वायरस की पहचान और लक्षण
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, HMPV कोई नया वायरस नहीं है। इसकी पहचान पहली बार 2001 में हुई थी और तब से यह दुनिया भर में फैल चुका है। विशेषज्ञों का मानना है कि HMPV आमतौर पर गंभीर बीमारी का कारण नहीं बनता और इसके लिए शायद ही कभी अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता होती है। सामान्यत: यह वायरस सर्दी और फ्लू जैसे हल्के लक्षण पैदा करता है। खासतौर पर वे लोग जिनका इम्यून सिस्टम कमजोर है, जैसे वृद्ध, बच्चे और पहले से किसी बीमारियों से पीड़ित लोग, वे अधिक प्रभावित हो सकते हैं।
HMPV के लक्षण आमतौर पर सामान्य जुकाम और फ्लू जैसे होते हैं। इनमें बुखार, खांसी, गले में खराश, थकान और सांस में दिक्कत जैसे लक्षण शामिल हैं। हालांकि, यह वायरस बहुत कम मामलों में गंभीर हो सकता है, और खासकर पहले से श्वसन समस्याओं से ग्रस्त व्यक्तियों के लिए यह खतरनाक हो सकता है।
HMPV से बचाव के उपाय
विशेषज्ञों के मुताबिक, HMPV के संक्रमण से बचने के लिए सामान्य सावधानियां बरतनी चाहिए। हाथ धोना, छींकते या खांसते समय मुंह और नाक को ढकना, और भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचना इस वायरस के प्रसार को रोकने में मदद कर सकता है।
अब तक, HMPV वायरस के मामले अधिकतर हल्के रहे हैं, और विशेषज्ञों का कहना है कि यह वायरस चिंता का कारण नहीं बनता। लेकिन बढ़ते मामलों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग और स्थानीय प्रशासन लोगों को जागरूक करने के लिए कदम उठा रहे हैं ताकि स्थिति पर नियंत्रण रखा जा सके और संक्रमण के प्रसार को रोका जा सके।
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