Palamu (Jharkhand) : झारखंड के पलामू जिला प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई करते हुए कुख्यात अपराधी हरि तिवारी पर क्राइम कंट्रोल एक्ट (CCA) के तहत शिकंजा कस दिया है। हरि तिवारी का संबंध राज्य के कुख्यात गिरोह सरगना सुजीत सिन्हा और अमन साहू गैंग से बताया गया है। इस पर झारखंड में अब तक 34 से अधिक संगीन आपराधिक वारदातों को अंजाम देने का आरोप है।
अब एक साल तक नहीं मिलेगी जमानत
CCA लागू होने के बाद हरि तिवारी को अब कम से कम एक वर्ष तक जेल से बाहर निकलने का कोई विकल्प नहीं मिलेगा। प्रशासनिक आदेश के अनुसार, अपराध पर नियंत्रण और आम जनमानस की सुरक्षा के दृष्टिकोण से यह फैसला लिया गया है।
गुप्त सूचना के आधार पर हुई थी गिरफ्तारी
विगत 14 अप्रैल 2025 को पलामू पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर एक विशेष छापेमारी कर हरि तिवारी को गिरफ्तार किया था। यह गिरफ्तारी पलामू के मेदिनीनगर शहर थाना क्षेत्र अंतर्गत बारालोटा इलाके से की गई थी।
पहचान छिपाने के लिए बनाया था फर्जी आधार कार्ड
जांच के दौरान यह भी सामने आया कि हरि तिवारी पुलिस की नजरों से बचने के लिए लगातार अपना ठिकाना बदलता रहता था। उसने फर्जी आधार कार्ड बनवाकर अपनी पहचान छिपाई थी। पुलिस ने इस मामले में अलग से एक एफआईआर दर्ज की है।
जनवरी में इसी गिरोह के 6 अन्य सदस्य पकड़े गए थे
पुलिस ने इससे पहले 13 जनवरी 2025 को इसी गिरोह से जुड़े छह अन्य अपराधियों को गिरफ्तार किया था। इनसे पूछताछ के दौरान हरि तिवारी के बारे में अहम सुराग मिले थे। जांच एजेंसियां तभी से उसकी टोह में लगी हुई थीं।