Dhanbad (Jharkhand) : झारखंड के धनबाद जिले की पुलिस को गांजा तस्करी के खिलाफ एक बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने रेलवे स्टेशन के पास स्थित बस स्टैंड से 28 किलोग्राम गांजा के साथ बिहार के नालंदा जिले के दो निवासियों को गिरफ्तार किया है। बरामद गांजे की अनुमानित कीमत लगभग 4.20 लाख रुपये है। गौरतलब है कि आठ दिन पहले भी धनबाद थाना पुलिस ने दो किलो गांजा के साथ एक व्यक्ति को पकड़ा था।
गुप्त सूचना पर कार्रवाई, बस स्टैंड से हुई गिरफ्तारी
धनबाद थाना प्रभारी आरएन ठाकुर को शनिवार देर शाम धनबाद स्टेशन पर गांजा तस्करी की सूचना मिली थी। इस सूचना के आधार पर, ठाकुर ने एसएसपी धनबाद के निर्देशानुसार अपनी थाना पुलिस, राजकीय रेल पुलिस धनबाद और रेलवे सुरक्षा बल धनबाद स्टेशन के साथ मिलकर एक संयुक्त छापामारी दल का गठन किया। इसके बाद सभी टीमों ने स्टेशन परिसर और बाहर के बस स्टैंड क्षेत्र में तलाशी अभियान चलाया। इस दौरान, बस स्टैंड के पास दो युवक संदिग्ध अवस्था में घूमते हुए पाए गए। उनके पास सफारी कंपनी के दो बड़े सूटकेस थे। जब पुलिस ने इन सूटकेसों की तलाशी ली, तो उनमें एक-एक किलो के 28 पैकेट गांजा बरामद हुआ। पुलिस ने तुरंत दोनों युवकों को हिरासत में ले लिया।
पूछताछ में सामने आई तस्करी की कहानी
पूछताछ के दौरान गिरफ्तार युवकों ने अपना नाम सावन कुमार (26) और शम्भु पासवान (25) बताया। दोनों बिहार के नालंदा (बिहार शरीफ) जिले के ओन्दा गांव के रहने वाले हैं।
भुवनेश्वर से वाराणसी जा रही थी खेप
रविवार को धनबाद पुलिस ने इस मामले का खुलासा किया। धनबाद थाना में सिटी एसपी ऋत्विक श्रीवास्तव ने बताया कि ये दोनों ओडिशा के भुवनेश्वर के अंकुल से गांजा लेकर भुवनेश्वर-धनबाद स्पेशल ट्रेन से धनबाद पहुंचे थे। उनकी योजना रात करीब 10 बजे गंगा सतलुज एक्सप्रेस से वाराणसी जाने की थी, जहां इस गांजे की सप्लाई की जानी थी।
ऋत्विक श्रीवास्तव ने यह भी बताया कि पूछताछ में यह जानकारी मिली है कि इनके साथ गांजा सप्लाई के काम में पांच अन्य लोग भी शामिल हैं। इनमें से दो गिरफ्तार आरोपियों के गांव के ही हैं, जबकि अन्य तीन माल रिसीवर और डिलीवरी करने वाले हैं। पुलिस उनके पुराने आपराधिक रिकॉर्ड की भी जांच कर रही है। इस छापामारी अभियान में थाना प्रभारी आरएन ठाकुर के अलावा सुजीत कुमार सिंह, ललित रंजन भगत, सशस्त्र बल, धनबाद रेल की जीआरपी और आरपीएफ की टीम शामिल थी।