प्रचंड जीत से रामदास का नाम किया रौशन, हार से दांव पर चंपई का सियासी भविष्य
Jamshedpur : घाटशिला विधानसभा उप चुनाव 2025 में झामुमो के उम्मीवार सोमेश सोरेन को 38 हजार 601 मतों से प्रचंड जीत मिली है। भाजपा आला कमान को उम्मीद थी कि कोल्हान टाइगर चंपई इस इस विधानसभा सीट पर उसे जीत दिला सकते हैं। मगर, यहां कमल कमाल नहीं दिखा सका। हालांकि, पूर्व सीएम चंपई सोरेन ने चुनाव में पूरी जान झोंक दी थी।
मगर, सीएम हेमंत सोरेन और उनकी विधायक पत्नी कल्पना सोरेन का प्रचार चुनाव पर भारी पड़ा। घाटशिला चुनाव में जेएमएम की जीत से ज्यादा अहम भाजपा की हार है। इसके कई मायने निकाले जा रहे हैं। एक तो बाबूलाल सोरेन के सियासी कॅरियर पर सवालिया निशान लग गया है। दूसरी तरफ, खुद चंपई का राजनीतिक भविष्य दांव पर है।शुक्रवार को सुबह मतों की गणना शुरू होने से पहले भाजपा के टेंट में खूब गहमा-गहमी थी।
जमशेदपुर के भाजपा के कई बड़े दिग्गज नेता पहुंचे हुए थे। सभी में जोश था। भाजपाई खेमे में भी सुबह से ही ढोल-नगाड़े का इंतजाम था। मगर, पहले राउंड के रुझान ने भाजपई जोश पर पानी फेर दिया। सोमेश सोरेन ही नहीं, जेकेएलएम भी भाजपा से आगे था। पहले राउंड से सोमेश सोरेन बाबूलाल पर हावी हुए तो उन्हें फिर उठने नहीं दिया। हर राउंड में जेएमएम के सोमेश सोरेन भाजपा के बाबूलाल सोरेन से आगे ही रहे।
भाजपाइयों को लगा कि अभी घाटशिला के शहर की ईवीएम खुलेगी तो बाबूलाल कुछ कमाल दिखाएंगे। मगर, ऐसा नहीं हो सका। जब, चौथा, पांचवां और छठा राउंड गिना गया तो सोमेश सोरेन की लीड कुछ कम होना शुरू हुई। तभी भाजपाइयों की उम्मीद भी बंधी। मगर, इसके बाद फिर जेएमएम तेजी से आगे निकलने लगी। दसवें राउंड में जब सोमेश सोरेन की लीड 20 हजार 807 वोटों की हो गई तो भाजपाई भी मान गए कि अब मुश्किल है।
इसके बाद भाजपा के टेंट से सभी बड़े नेता खिसक गए। दूसरी, तरफ झामुमो के खेमे में सुबह से ही हर्ष का माहौल था। जैसे ही पहला रुझान आया, जेएमएम के कार्यकर्ताओं ने जोर का शोर मचाया। 10 राउंड पूरा होने के बाद जिले के सभी बड़े नेता टेंट में पहुंच चुके थे। जैसे जैसे राउंड बढ़ते जा रहे थे जेएमएम के टेंट में जश्न का शोर ऊंचा होता गया।11वें राउंड की मतगणना के बाद जेएमएम के खेमे में पटाखे फोड़े जा रहे थे और मिठाई बंटने का सिलसिला शुरू हो गया था।
इन तीन चक्रों में ही चला भाजपा चक्र
राउंड वार मतों की गणना की बात करें तो राउंड नंबर चार, पांच और छह में ही बाबूलाल सोरेन ने सोमेश से अधिक वोट हासिल किए हैं। चौथे राउंड में बाबूलाल सोरेन को सोमेश से 27 वोट अधिक मिले हैं। इस राउंड में बाबूलाल सोरेन ने 4043 वोट हासिल किए हैं। जबकि, सोमेश सोरेन को 3916 वोट मिले। पांचवें राउंड में भी भाजपा के मतों की गिनती जेएमएम से अधिक ही रही। इस राउंड में बाबूलाल सोरेन ने 4182 मत प्राप्त किए। जबकि, सोमेश सोरेन ने 3872 मत ही मिले।
इस राउंड में भाजपा को जेएमएम से 310 वोट अधिक मिले हैं। छठा राउंड भी बाबूलाल सोरेन के ही नाम रहा। इस राउंड में भाजपा को जेएमएम से 887 मत अधिक मिले हैं। बाबूलाल को छठे राउंड में 4456 वोट मिले जबकि, सोमेश को इस राउंड में 3569 वोट ही मिले। बाकी अन्य सभी राउंड सोमेश के ही नाम रहे।पहले राउंड से ही सोमेश ने बना ली थी बढ़तसुबह मतगणना तकरीबन नौ बजे शुरू हुई। काउंटिंग का पहला रुझान सवा नौ बजे के करीब आया। पहले राउंड की मतणना से ही जेएमएम ने हावी होना शुरू कर दिया था। सोमेश ने पहले ही राउंड में जो बढ़त बनाई थी वह अंत तक कायम रही।
इस राउंड में सोमेश सोरेन जेकेएलएम के प्रत्याशी रामदास मुर्मू से 2164 मतों से आगे थे। पहले राउंड में सोमेश को 5450 मत मिले थे तो जेकेएलएम को 3286 वोट। इस राउंड में बाबूलाल सोरेन को 2204 मत मिले थे। वह तीसरे नंबर पर थे। तीसरे स्थान पर खिसक गए थे बाबूलालजैसे ही मतगणना का पहला रुझान आया, भाजपाई हक्का-बक्का रह गए।
इस राउंड में पहले दो उम्मीदवारों की सूची में बाबूलाल का नाम ही नहीं था। सोमेश सोरेन पहले नंबर पर थे तो जेकेएलएम दूसरे नंबर पर। बाबूलाल तीसरे नंबर पर खिसक गए थे। मगर जब दूसरा राउंड आया तब भाजपाइयों को थोड़ी राहत मिली। दूसरे राउंड की गिनती के बाद बाबूलाल सोरेन दूसरे नंबर पर आ सके। हालांकि, अभी भी वह सोमेश सोरेन से 5454 वोटों से पीछे थे।

