Ghatshila (Jharkhand) : पूर्वी सिंहभूम जिले के मुसाबनी प्रखंड निवासी और एनयूएसआरएल (NUSRL), रांची की होनहार छात्रा मालती हेम्ब्रम ने अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत और झारखंड का नाम रोशन किया है। मालती ने हाल ही में जर्मनी के बर्लिन में आयोजित प्रतिष्ठित “जर्मनी-भारत समिट (G2C-2025)” में भारत का प्रतिनिधित्व किया।
इस सम्मेलन के दौरान मालती हेम्ब्रम ने भारत के युवाओं की आवाज बनकर उभरीं। उन्होंने संवैधानिक मूल्यों, शिक्षा सुधार, प्रशासनिक पारदर्शिता और आदिवासी समाज की भूमिका जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर अपने विचार रखे। उन्होंने आत्मविश्वास के साथ कहा कि भारत का आदिवासी समुदाय देश की प्रगति में सशक्त और प्रेरक भूमिका निभा सकता है।
सीएम हेमंत सोरेन ने फोन पर दी बधाई
मालती की इस उल्लेखनीय उपलब्धि पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने स्वयं फोन कर उन्हें बधाई दी और उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएँ दीं। मुख्यमंत्री ने कहा कि मालती की उपलब्धि झारखंड की बेटियों के संघर्ष और लगन का प्रतीक है। उनकी सफलता आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा बनेगी और पूरे झारखंड को मालती पर गर्व है। राज्य सरकार उनकी हर संभव सहायता के लिए तत्पर रहेगी।
मालती के सम्मान में मुसाबनी प्रखंड झामुमो अध्यक्ष प्रधान सोरेन, वरिष्ठ नेता हरीश भगत और अन्य कार्यकर्ताओं ने उनके आवास पर पहुंचकर दीपावली की शुभकामनाएं दीं और उन्हें प्रभु जगन्नाथ की मूर्ति भेंट कर सम्मानित किया।
कुणाल षाड़ंगी ने की सराहना
पूर्व विधायक कुणाल षाडंगी ने भी मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का आभार व्यक्त किया। कुणाल षाडंगी ने कहा कि मालती जैसी बेटियों के कारण झारखंड की दिवाली और अधिक जगमगा रही है। उन्होंने कहा कि मालती की मेहनत, संघर्ष और लगन ने न केवल झारखंड बल्कि पूरे देश का मान बढ़ाया है।


