Ghatshila (Jharkhand) : झारखंड के घाटशिला विधानसभा क्षेत्र में होने जा रहे उपचुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने अपने उम्मीदवार की घोषणा कर दी है। पार्टी ने एक बार फिर पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन के बेटे बाबूलाल सोरेन पर भरोसा जताते हुए उन्हें चुनावी मैदान में उतारा है। यह वही सीट है जहां बाबूलाल सोरेन को 2024 के विधानसभा चुनाव में झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के रामदास सोरेन से हार का सामना करना पड़ा था। 2024 के चुनाव में रामदास सोरेन को 98,356 वोट मिले थे, जबकि भाजपा प्रत्याशी बाबूलाल सोरेन को 75,910 वोट मिले थे। इस तरह, बाबूलाल सोरेन को करीब 22 हजार मतों से शिकस्त मिली थी। इसके बावजूद, भाजपा ने उन्हीं पर विश्वास कायम रखा है।
उपचुनाव की तिथियां और मतदाता प्रोफाइल
निर्वाचन आयोग ने घाटशिला सीट पर उपचुनाव के लिए विस्तृत कार्यक्रम जारी कर दिया है:
चुनावी प्रक्रिया तिथि
अधिसूचना जारी 13 अक्टूबर
नामांकन की अंतिम तारीख 21 अक्टूबर
नाम वापसी की अंतिम तारीख 24 अक्टूबर
मतदान की तारीख 11 नवंबर
मतगणना की तारीख 14 नवंबर
घाटशिला विधानसभा क्षेत्र में कुल 2,55,823 मतदाता हैं, जिनमें 1,24,899 पुरुष और 1,30,921 महिलाएं शामिल हैं, यानी यहां महिलाओं की संख्या अधिक है। निर्वाचन क्षेत्र का लिंगानुपात 1,048 है। इसके अलावा, 2,735 दिव्यांग मतदाता भी अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। चुनाव आयोग ने कुल 300 मतदान केंद्र और 218 मतदान स्थल निर्धारित किए हैं।
घाटशिला सीट का चुनावी इतिहास
झारखंड राज्य बनने के बाद घाटशिला सीट का इतिहास उतार-चढ़ाव भरा रहा है। भाजपा इस सीट पर अब तक केवल एक बार (2014) ही जीत दर्ज कर पाई है।
2005 : कांग्रेस के प्रदीप कुमार बलमुचू ने जीत दर्ज की।
2009 : झामुमो के रामदास सोरेन विजयी रहे।
2014 : भाजपा के लक्ष्मण टुडू विधायक चुने गए।
2019 : झामुमो के रामदास सोरेन ने जीत दर्ज की।
2024 : झामुमो के रामदास सोरेन ने जीत दर्ज की और बाबूलाल सोरेन दूसरे नंबर पर थे।

