Gawan/Giridih (Jharkhand) : झारखंड के गिरिडीह जिले में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। गावां थाना क्षेत्र के माल्डा में एक ‘झोला छाप’ डॉक्टर की कथित लापरवाही ने एक युवक की जान ले ली। इस घटना के बाद गुस्साए ग्रामीणों ने सड़क पर शव रखकर पटना-पिहरा मुख्य मार्ग को जाम कर दिया है और डॉक्टर के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
मृतक की पहचान माल्डा निवासी भैरव तिवारी (30) के रूप में हुई है। शुक्रवार सुबह करीब 8 बजे भैरव को सीने में दर्द हुआ, जिसके बाद उसका भाई रूपेश तिवारी उसे पास के एक झोला छाप डॉक्टर हरि दास अधिकारी के पास ले गया। आरोप है कि डॉक्टर ने बिना सही जांच के भैरव को लगातार तीन इंजेक्शन लगा दिए, जिससे उसकी हालत गंभीर हो गई।
सरकारी अस्पताल में हुई मौत
जब भैरव की हालत बिगड़ने लगी, तो डॉक्टर ने उसे तुरंत गावां के सरकारी अस्पताल ले जाने को कहा। लेकिन वहां डॉक्टर काजिम खान ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया। इस खबर के बाद मृतक के परिजनों और ग्रामीणों में भारी आक्रोश फैल गया। उन्होंने डॉक्टर के खिलाफ ‘हाय-हाय’ के नारे लगाते हुए माल्डा रोड पर सड़क जाम कर दिया।
प्रदर्शन कर रहे लोग मृतक के परिवार के लिए उचित मुआवजा और आरोपी डॉक्टर के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। सूचना मिलते ही गावां इंस्पेक्टर रोहित कुमार पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए हैं। फिलहाल, झोला छाप डॉक्टर हरि दास अधिकारी अपनी क्लीनिक बंद कर फरार है, जिसकी तलाश की जा रही है।