रांची: नामकुम स्थित लोक स्वास्थ्य संस्थान सभागार में आयोजित समीक्षा बैठक में स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने राज्य में फर्जी दवा कंपनियों और अनियमित मेडिकल स्टोर्स के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का ऐलान किया है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि राज्य में दवा कारोबार में किसी भी प्रकार का फर्जीवाड़ा बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। नकली दवाएं न केवल मरीज की जान जोखिम में डालती हैं, बल्कि इलाज को भी निष्प्रभावी बना देती हैं। उन्होंने निर्देश दिया कि राज्यवासियों को गुणवत्तापूर्ण और सुलभ दवाएं पारदर्शी प्रक्रिया के तहत उपलब्ध कराई जाएं। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग को ठोस कार्ययोजना तैयार करने को कहा गया है। बैठक में प्रमुख स्वास्थ्य सेवाएं निदेशक डॉ चंद्र किशोर शाही, औषधि निदेशक रितु सहाय, संयुक्त निदेशक सुमन तिवारी समेत सभी जिलों के औषधि निरीक्षक मौजूद थे।
फर्जी कंपनियों की मिली जानकारी
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि उन्हें कुछ फर्जी दवा कंपनियों की सक्रियता की जानकारी मिली है। इस पर त्वरित जांच और छापेमारी के आदेश दिए गए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि अब मेडिकल स्टोर्स बिना रजिस्ट्रेशन के संचालित नहीं हो सकेंगे और सभी को मेडिकल बोर्ड से मंजूरी लेनी होगी।
ड्रग इंस्पेक्टर करें निरीक्षण
स्वास्थ्य मंत्री ने ड्रग इंस्पेक्टरों को निर्देश दिए कि वे नियमित रूप से दवा दुकानों का निरीक्षण करें और स्टॉक व गुणवत्ता की जांच सुनिश्चित करें। यदि किसी दुकान में अनियमितता पाई जाती है, तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी। लापरवाही बरतने वाले निरीक्षकों पर भी कार्रवाई होगी।
डिजिटल प्रणाली को करें विकसित
उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि एक डिजिटल प्रणाली विकसित की जाए, जिससे सभी मेडिकल स्टोर्स में उपलब्ध दवाओं की जानकारी एक क्लिक में मिल सके। प्रतिबंधित दवाएं बिना डॉक्टर की लिखित पर्ची के बेचना कानूनन अपराध माना जाएगा और इसके खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे। राज्य औषधि परीक्षण प्रयोगशालाओं और मानव संसाधनों की स्थिति की भी समीक्षा की गई। स्वास्थ्य मंत्री ने एक सप्ताह में प्रगति रिपोर्ट के साथ अगली समीक्षा बैठक आयोजित करने की घोषणा की है।