भो़जपुर : बिहार में जब लोकतंत्र के प्रतिनिधि ही अपराध के साथ जुड़ने लगें, तो यह स्थिति समाज के लिए बेहद चिंताजनक हो जाती है। भोजपुर जिले में ऐसा ही एक मामला सामने आया है, जहां एक महिला मुखिया के घर से पुलिस ने बड़ी संख्या में अवैध हथियार बरामद किए। इस मामले में पुलिस ने महिला मुखिया के पति को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि मुखिया के देवर की गिरफ्तारी अभी बाकी है। यह घटना जिले के उदवंतनगर थाना क्षेत्र के बेलाउर गांव से जुड़ी हुई है।
गुप्त सूचना पर की गई छापेमारी
भोजपुर पुलिस और एसटीएफ की संयुक्त टीम ने गुप्त सूचना के आधार पर देर रात छापेमारी की। पुलिस को यह सूचना मिली थी कि महिला मुखिया उर्मिला देवी के घर पर अवैध हथियारों का जखीरा मौजूद है। इस सूचना के बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए छापेमारी शुरू की और सफलता पाई।
बरामद हथियार और गिरफ्तारियां
छापेमारी के दौरान पुलिस ने महिला मुखिया के घर से AK-47 राइफल, दो हैंडग्रेनेड, चार मैगजीन और 43 गोलियां बरामद कीं। इसके अलावा पुलिस ने मौके से कुछ नकद रुपये भी जब्त किए। इस दौरान महिला मुखिया के पति उपेंद्र चौधरी को गिरफ्तार कर लिया गया, जो पहले से अपराध की दुनिया से जुड़ा हुआ था। उपेंद्र चौधरी की गिरफ्तारी ने इस मामले को और भी गंभीर बना दिया है।
मुखिया का देवर फरार, कुख्यात अपराधी
जैसे ही पुलिस ने छापेमारी की भनक पाई, महिला मुखिया के देवर और कुख्यात अपराधी बूटन चौधरी मौके से फरार हो गया। बूटन चौधरी पर पहले से हत्या, आर्म्स एक्ट और अन्य संगीन मामलों में दर्ज कई प्राथमिकी हैं। पुलिस अब बूटन चौधरी को पकड़ने के लिए बड़े पैमाने पर छापेमारी कर रही है। उसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने पूरे जिले में अलर्ट जारी कर दिया है।
मामला दर्ज, कार्रवाई जारी
पुलिस ने महिला मुखिया उर्मिला देवी के पति उपेंद्र चौधरी और उसके भाई बूटन चौधरी के खिलाफ आर्म्स एक्ट सहित कई धाराओं में मामला दर्ज किया है। हालांकि, फिलहाल उर्मिला देवी के खिलाफ कोई मामला दर्ज नहीं किया गया है। पुलिस का कहना है कि इस पूरे मामले की गहन जांच की जा रही है और यदि कोई साक्ष्य मिलता है तो उर्मिला देवी के खिलाफ भी कार्रवाई की जा सकती है।
एसपी ने की कार्रवाई की पुष्टि
इस पूरे मामले पर भोजपुर एसपी मिस्टर राज ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पूरी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर बिहार STF और भोजपुर पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में उपेंद्र चौधरी को AK-47 राइफल, 43 कारतूस, दो हैंडग्रेनेड और चार मैगजीन के साथ गिरफ्तार किया गया है। एसपी ने यह भी कहा कि बूटन चौधरी के पूरे अपराधी नेटवर्क को समाप्त करने के लिए पुलिस ने व्यापक जांच शुरू कर दी है और लगातार छापेमारी की जा रही है।
सड़क से अपराधी सफाए की दिशा में कदम
इस घटना ने बिहार में अपराधियों के बढ़ते प्रभाव को फिर से उजागर किया है। पुलिस की छापेमारी और गिरफ्तारी ने यह साबित कर दिया है कि अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई लगातार जारी है, लेकिन यह भी दर्शाता है कि राजनीति और अपराध के बीच की सीमा काफी धुंधली हो गई है। अब देखना होगा कि पुलिस बूटन चौधरी को कब तक गिरफ्तार करती है और पूरे मामले में आगे क्या कदम उठाती है।
इस मामले ने बिहार की राजनीति और प्रशासनिक तंत्र की स्थिति पर सवाल उठाए हैं। जब जिम्मेदार लोग ही कानून की अवहेलना करने लगे, तो समाज में व्याप्त अपराध की स्थितियों को सुधारना और भी कठिन हो जाता है।
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