सेंट्रल डेस्क : अमेरिका के वर्जीनिया में एक दिल दहला देने वाली घटना ने भारतीय समुदाय को सदमे में डाल दिया है। एक अफ्रीकी-अमेरिकी व्यक्ति ने एक गुजराती पिता और उसकी बेटी की गोली मारकर हत्या कर दी, क्योंकि डिपार्टमेंटल स्टोर बंद होने के कारण उसे शराब नहीं मिली। इस घटना ने न केवल पीड़ित परिवार को बल्कि पूरे समुदाय को गहरा दुख पहुंचाया है।
सिरफिरे ने दुकान खुलने का रातभर किया था इंतजार
21 मार्च की सुबह लगभग 5:30 बजे, प्रदीपभाई पटेल और उनकी बेटी उर्मी स्टोर खोल रहे थे, तभी जॉर्ज व्हार्टन वहां पहुंचा। वह पूरी रात स्टोर के बाहर शराब खरीदने के लिए इंतजार कर रहा था। जब उसे पता चला कि दुकान अभी भी बंद है, तो वह गुस्से में आ गया। उसने प्रदीपभाई और उर्मी से पूछा कि दुकान क्यों बंद है, और उन पर रात भर इंतजार कराने के लिए गुस्सा किया। गुस्से में, उसने दोनों पर गोलियां चला दीं। प्रदीपभाई की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि उर्मी ने अस्पताल में दम तोड़ दिया।
दो घंटे के अंदर पुलिस ने आरोपी को पकड़ा
घटना के दो घंटे के भीतर, अमेरिकी पुलिस ने आरोपी जॉर्ज व्हार्टन को गिरफ्तार कर लिया। उस पर हत्या, हत्या के प्रयास, अवैध बंदूक रखने और अपराध में घातक हथियार का उपयोग करने के आरोप लगाए गए हैं। उसे बिना बांड के एकोमैक जेल में रखा गया है।
छह साल पहले अमेरिका गए था प्रदीपभाई पटेल:
प्रदीपभाई पटेल और उनकी पत्नी हंसाबेन छह साल पहले अपनी सबसे छोटी बेटी उर्मी के साथ विजिटर वीजा पर अमेरिका गए थे। उन्होंने एकोमैक काउंटी में एक डिपार्टमेंटल स्टोर खोला। प्रदीपभाई की एक बेटी कनाडा में रहती है, और दूसरी अहमदाबाद में विवाहित है। घटना के बाद, प्रदीपभाई की बेटी और दामाद अहमदाबाद से अमेरिका पहुंचे।
अमेरिका में रह रहे भारतीय समुदाय गमगीन
इस घटना ने अमेरिका में रहने वाले भारतीय समुदाय के सदस्यों को गहरा दुख पहुंचाया है। वर्जीनिया के एक टेलीविजन स्टेशन WAVY-TV ने बताया कि परेश पटेल ने खुद को उस स्टोर का मालिक बताया है, जिसमें यह घटना हुई। उन्होंने पुष्टि की कि दोनों मृतक उनके परिवार के सदस्य थे। परेश ने कहा, “मेरे चचेरे भाई की पत्नी और उसके पिता आज सुबह जब स्टोर में काम कर रहे थे, तो कुछ लोग यहां आए और उन्होंने दोनों को गोली मार दी। मुझे समझ नहीं आ रहा कि अब मैं क्या करूं।
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