हेल्थ डेस्क, जमशेदपुर : पूर्वी सिंहभूम जिले के सरकारी अस्पतालों में स्थायी फार्मासिस्टों का टोटा है। महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल कॉलेज अस्पताल, परसुडीह स्थित सदर अस्पताल सहित सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी), प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) सहित विभिन्न सरकारी अस्पतालों में फार्मासिस्टों के लगभग 62 प्रतिशत पद खाली हैं। अखिल भारतीय Pharmacist एसोसिएशन के अनुसार, जिले में सरकारी अस्पतालों में फार्मासिस्ट के कुल 34 पद स्वीकृत हैं। इनमें 21 पद रिक्त चल रहे हैं। इन खाली पदों में 18 पर आउटसोर्सिंग वाले Pharmacist काम कर रहे हैं।
अस्पतालों में क्या होता है फार्मासिस्टों का काम
किसी भी अस्पताल में फार्मासिस्टों का अहम योगदान रहता है। Pharmacist एसोसिएशन के पीयूष चटर्जी कहते हैं कि Pharmacist मरीजों की सेहत को ध्यान में रखते हुए स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करता है। Pharmacist के प्रमुख कामों में दवा की पहचान करना, उसकी रिस्टॉकिंग, दवा के एक्सपायरी डेट का ध्यान रखना आदि शामिल है। चिकित्सक द्वारा दवाई लिखे जाने पर Pharmacist ही मरीज को बताता है कि कौन सी दवाई कब और कितनी मात्रा में लेनी है।
Pharmacist:स्थायी बहाली नहीं होने पर आंदोलन की तैयारी
अखिल भारतीय Pharmacist एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष शशि भूषण प्रसाद ने इस संबंध में स्वास्थ्य सचिव को पत्र लिखकर पूर्वी सिंहभूम समेत पूरे राज्य में Pharmacist के खाली पदों पर स्थायी बहाली करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि अगर जल्द ही फार्मासिस्टों की स्थायी बहाली नहीं हुई तो वे आंदोलन करने को बाध्य होंगे।
कहां कितने फार्मासिस्ट का पद खाली
अस्पताल स्वीकृत पद-खाली
एमजीएम 04 01
सदर अस्पताल 04 00
घाटशिला अस्पताल 01 01
कारादुबा पीएचसी 01 01
गालुडीह पीएचसी 01 01
झाटीझरना पीएचसी 01 01
पोटका सीएचसी 02 02
हल्दीपोखर सीएचसी 01 01
मनपुर पीएचसी 02 01
जुड़ी रेफरल अस्पताल01 00
आसनबनी पीएचसी 01 01
धालभूमगढ़ सीएचसी 01 01
कोंकपाड़ा पीएचसी 01 01
मुसाबनी सीएचसी 01 01
जादूगोड़ा पीएचसी 01 01
जुगसलाई सीएचसी 01 00
गुड़ाबांधा पीएचसी 01 00
बेलाजुड़ी पीएचसी 01 01
चाकुलिया सीएचसी 01 00
सिंदुर गौरी पीएचसी 01 01
श्यामसुंदरपुर पीएचसी01 01
रामचंद्रपुर पीएचसी 01 00
बहरागोड़ा पीएचसी 01 01
मानषमुड़िया पीएचसी01 01
चित्रेश्वर पीएचसी 01 01
ट्रामा सेंटर बहरागोड़ा01 01
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