रांची: झारखंड के प्रसिद्ध आंदोलनकारी, झामुमो नेता और पूर्व विधायक दुर्गा सोरेन की पुण्यतिथि पर मंगलवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने श्रद्धांजलि अर्पित की। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अपनी पत्नी कल्पना सोरेन और झामुमो के अन्य नेताओं के साथ रांची के नामकुम स्थित दुर्गा स्मारक पहुंचे थे।
गरीब, आदिवासी और वंचितों की आवाज थे दुर्गा: हेमंत सोरेन
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि दुर्गा सोरेन झारखंड राज्य की स्थापना के लिए संघर्ष करने वाले प्रमुख योद्धाओं में से एक थे। वे न केवल एक जुझारू नेता थे बल्कि गरीब, आदिवासी और वंचितों की आवाज बनकर सदन में उनकी बात रखते थे। उनका योगदान हमेशा झारखंडवासियों के लिए प्रेरणास्रोत रहेगा।
इस अवसर पर झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के कई वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता मौजूद रहे। राज्यसभा सांसद महुआ मांझी, पार्टी के केंद्रीय महासचिव विनोद पांडे, प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य सहित सैकड़ों पार्टी कार्यकर्ताओं ने भी दुर्गा सोरेन को श्रद्धासुमन अर्पित किए।

कौन थे दुर्गा सोरेन?
दुर्गा सोरेन, झामुमो के संस्थापक शिबू सोरेन के पुत्र थे और खुद भी एक जनप्रिय नेता थे। वे 2005 में झारखंड विधानसभा के विधायक बने थे। वे झारखंड राज्य के आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभाते रहे और सामाजिक न्याय, आदिवासी अधिकारों और विकास के मुद्दों पर मुखर रहे। उनका अचानक निधन 2009 में हुआ था, लेकिन आज भी वे झामुमो कार्यकर्ताओं और राज्य के लोगों के दिलों में जीवित हैं।
हर साल उनकी पुण्यतिथि पर हजारों लोग उन्हें श्रद्धांजलि देने पहुंचते हैं। पार्टी द्वारा उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित कर उनके संघर्षों को याद करना झामुमो की परंपरा बन चुकी है।