देहरादून : उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल जनपद में मंगलवार को एक गंभीर सड़क हादसा हुआ, जिसमें एक पिकअप वैन अनियंत्रित होकर गहरी खाई में गिर गई। यह घटना थलीसैंण थाना क्षेत्र के रसिया महादेव-ठाकुलसारी मोटर मार्ग पर रणिहाट गांव के निकट हुई। इस दुर्घटना में पिकअप वैन के चालक समेत तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि चार स्कूली बच्चे गंभीर रूप से घायल हो गए।
थलीसैंण थाना प्रभारी सुनील पंवार ने बताया कि पिकअप वाहन नैनीडांडा के भटवाड़ों से बीरोंखाल ब्लाक के बंदरकोट की ओर जा रहा था। अचानक वाहन अनियंत्रित होकर खाई में गिर गया। पिकअप में स्कूल के छात्र भी सवार थे, जो छुट्टी के बाद अपने घर लौट रहे थे।
हादसे की सूचना मिलने के तुरंत बाद पुलिस टीम मौके पर पहुंच गई। स्थानीय निवासियों की मदद से पुलिस और एसडीआरएफ (सर्च एंड रेस्क्यू फोर्स) ने राहत और बचाव कार्य शुरू किया। सभी घायलों को खाई से निकालकर सड़क पर लाया गया, और उन्हें तुरंत बिरोखाल अस्पताल पहुंचाया गया।
अस्पताल पहुंचने पर चिकित्सकों ने वाहन चालक आनंद सिंह (60), पुत्र शेर सिंह, निवासी ग्राम क्वीन धुमाकोट, मोहन सिंह (65), पुत्र कोतवाल सिंह, निवासी किंगोडीखाल धुमाकोट, और अर्जुन सिंह (60), पुत्र गुमान सिंह, निवासी ग्राम बंदर कोट, तहसील बीरोंखाल को मृत घोषित कर दिया।
दूसरी ओर, घायलों में सानू (16) पुत्र सुरेंद्र सिंह, निवासी ठकुलसारी बिरोखाल, अनुराग (14) पुत्र रनवीर सिंह, और आदित्य (14) पुत्र रनवीर सिंह नेगी शामिल हैं, जिनका उपचार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बिरोखाल में चल रहा है। गंभीर रूप से घायल आयुष (11) पुत्र चंद्र सिंह, निवासी ठकुलसारी को बेहतर चिकित्सा के लिए रामनगर रेफर किया गया है।
इस हादसे के कारणों की जांच अभी जारी है, लेकिन प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, यह बताया जा रहा है कि घायल चारों स्कूली बच्चों ने पिकअप चालक से लिफ्ट ली थी, जो शायद इस दुर्घटना का कारण बना।
इस हादसे ने एक बार फिर सड़क सुरक्षा के मुद्दे को उजागर किया है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि इस तरह की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं, और उन्हें चिंता है कि यदि सड़क सुरक्षा उपायों को सख्ती से लागू नहीं किया गया, तो भविष्य में ऐसे हादसों की पुनरावृत्ति हो सकती है।
पुलिस ने बताया कि वे हादसे की सभी परिस्थितियों की जांच कर रहे हैं ताकि इस प्रकार की दुर्घटनाओं को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाए जा सकें। इस घटना ने न केवल मृतकों के परिवारों को शोक में डाल दिया है, बल्कि पूरे समुदाय में एक चिंता का माहौल बना दिया है।
स्थानीय प्रशासन को चाहिए कि वे सड़क पर सुरक्षा के उपायों को और प्रभावी बनाएं, ताकि इस तरह की घटनाओं को भविष्य में टाला जा सके। इस दुखद घटना ने एक बार फिर हमें याद दिलाया है कि सड़क पर सावधानी बरतना कितना महत्वपूर्ण है।
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