जमशेदपुर : जमशेदपुर में इन दिनों हल्दीपोखर का एक गैंग हावी है। यह गैंग लोगों को बेवकूफ बना कर लोन फ्राड कर रहा है। शहर और आसपास के तकरीबन 400 लोग इस लोन फ्राड का शिकार हो चुके हैं। यह गैंग लोगों को दोपहिया वाहनों की खरीद पर छूट की बात बता कर फंसाता है। इसलिए, शहर के लोगों को अब सावधान रहने की जरूरत है।
इस फ्राड का शिकार हुए सैकड़ों लोग मंगलवार को जमशेदपुर के साकची स्थित आईसीआईसीआई बैंक की शाखा में पहुंचे। यहां लोगों ने हंगामा किया। सरायकेला के अफसर ने बताया कि उन्हें गैंग के सदस्यों ने स्कूटी कैश में खरीदने पर छूट का लालच देकर फंसाया है। उन्होंने बताया कि गैंग के सदस्यों ने कहा कि वह एक संस्था से हैं।
15 हजार की छूट का देते हैं लालच
अगर आप कैश में स्कूटी खरीदते हैं तो आपको 15 हजार रुपये की छूट दी जाएगी। अफसर इसी झांसे में आ गए और उन्होंने 15 हजार रुपये की छूट मिलने के बाद 93 हजार रुपये में स्कूटी खरीद ली। अफसर ने बताया कि उन्होंने जब कैश पेमेंट की रसीद मांगी तो गैंग के लोगों ने कहा कि चूंकि संस्था उन्हें छूट दे रही है इस वजह से अभी रसीद नहीं मिलेगी। अफसर ने बताया कि उन्हें बाद में पता चला कि उनकी स्कूटी लोन पर है। इसके बाद वह आईसीआईसीआई बैंक आए तो बताया गया कि उनका लोन है और किस्त भरें। इसके बाद लोगों ने मामले की शिकायत साकची थाने में की है। साकची थाने में एफआइआर दर्ज कराई गई है। इस मामले में पोटका के कोवाली के मिराज अहमद, हसनैन, अहद, जमशेदपुर के अनिमेश पातर, दीपक सिंह, पंकज मुखर्जी और रतन कुमार आदि के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।
कई थानों में है एफआईआर
एक एफआईआर बिष्टुपुर थाने में और एक एफआईआर सीतारामडेरा थाने में हुई है। अफसर तो एक मिसाल हैं शहर के सैकड़ों लोग इस गैंग का शिकार हुए हैं। एक अन्य पीड़ित सोनू ने बताया कि यह लोग खरीदार का फिंगर प्रिंट आदि लेकर उसका केवाईसी करा लोन का फार्म भर देते हैं। ग्राहक को पता ही नहीं चलता कि उनका दोपहिया वाहन कैश में है या फिर लोन में। ग्राहक समझता है कि उसका दोपहिया वाहन कैश है। मगर, यह लोन पर होता है। जब उसे बैंक से नोटिस मिलता है तो वह ठगा रह जाता है।