जमशेदपुर : जमशेदपुर के परसुडीह थाना क्षेत्र में मानगो तस्करी का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। लोको कॉलोनी की रहने वाली युवती निशा तिऊ को पुलिस ने मानव तस्करी (Human Trafficking) के आरोप में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। इस घटना ने इलाके में सनसनी फैला दी है। निशा पर आरोप है कि उसने कक्षा 9 की एक छात्रा को बहला-फुसलाकर मानव तस्करों के पास रांची भेजा, जहां से उसे दिल्ली बेचने की साजिश रची जा रही थी।

छात्रा को धनबाद में छोड़ गिरोह के सदस्य फरार
पुलिस जांच में पता चला कि रांची की रहने वाली महिला अंजलि कच्छप इस गिरोह की सरगना है, जो झारखंड से किशोरियों को दिल्ली ले जाकर बेचने का घिनौना काम करती थी। सरस्वती पूजा के दिन से गायब छात्रा को लेकर जब परिजन चिंतित हुए, तब उन्होंने निशा तिऊ पर शक जताया। पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की, जिसके बाद मामले का खुलासा हुआ। अंजलि कच्छप ने छात्रा को धनबाद में रेलवे पुलिस (जीआरपी) को सौंप दिया और खुद फरार हो गई। गिरोह के अन्य सदस्य भी मौके से भाग खड़े हुए। हालांकि, पुलिस अब गिरोह के बाकी सदस्यों की तलाश में जुट गई है और जल्द ही उन्हें गिरफ्तार करने का दावा कर रही है।
गिरोह का नेटवर्क फैला है दिल्ली तक
पुलिस की प्रारंभिक जांच में यह सामने आया कि अंजलि कच्छप का गिरोह झारखंड के विभिन्न जिलों से किशोरियों को बहला-फुसलाकर ले जाता था और दिल्ली में बेचता था। इस मामले में निशा तिऊ की भूमिका स्थानीय संपर्क के तौर पर सामने आई है, जो अपने ही इलाके की छात्राओं को निशाना बनाती थी।
परिवार ने जताया पुलिस पर भरोसा
छात्रा के परिजनों ने पुलिस की कार्रवाई की सराहना की है। उन्होंने उम्मीद जताई है कि पुलिस जल्द ही इस घिनौने गिरोह के अन्य सदस्यों को पकड़ने में कामयाब होगी।
पुलिस की सतर्कता से बची छात्रा की जिंदगी
यदि पुलिस समय पर हरकत में नहीं आती, तो छात्रा को दिल्ली ले जाकर बेच दिया जाता। पुलिस की सक्रियता से न केवल छात्रा को बचा लिया गया, बल्कि मानव तस्करी के इस गिरोह का भंडाफोड़ करने में भी सफलता मिली।