Hyderabad : तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद के ऐतिहासिक चारमीनार के पास स्थित गुलजार हाउस इलाके में रविवार को एक भीषण अग्निकांड हुआ, जिसमें अब तक 17 लोगों की मौत हो चुकी है। मृतकों में महिलाएं, बच्चे और वरिष्ठ नागरिक शामिल हैं। आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है।
आग की चपेट में आई मोती की दुकान, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, यह हादसा एक मोती की दुकान में हुआ, जो एक परिवार के स्वामित्व में थी। देखते ही देखते आग ने पूरी इमारत को अपनी चपेट में ले लिया। पुलिस और दमकल विभाग के अनुसार, अब तक 10 से 15 लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया है, लेकिन अभी भी कुछ लोगों के फंसे होने की आशंका जताई जा रही है।
मृतकों की पहचान हुई
पुलिस की ओर से जारी सूची के अनुसार हादसे में जान गंवाने वालों में अभिषेक मोदी (30 वर्ष), राजेंद्र कुमार (67 वर्ष), मुन्नीभाई (72 वर्ष), सुमित्रा (65 वर्ष), इराज (2 वर्ष), आरुषि जैन (17 वर्ष), हर्षाली गुप्ता (7 वर्ष), शीतज जैन (37 वर्ष) एवं अन्य शामिल हैं।
पीएम मोदी और सीएम रेवंत रेड्डी ने जताया शोक
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हादसे पर गहरा शोक जताते हुए पीएम राष्ट्रीय राहत कोष से मृतकों के परिजनों को 2 लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है। उन्होंने X (पूर्व ट्विटर) पर लिखा कि हैदराबाद में आग लगने की घटना में लोगों की मौत से बहुत दुखी हूं। अपने प्रियजनों को खोने वालों के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं और मैं घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं।
तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने भी हादसे को लेकर दुख जताया और मंत्री पोन्नम प्रभाकर से बात कर रेस्क्यू ऑपरेशन की निगरानी और पीड़ित परिवारों की सहायता के लिए सभी आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने महानिरीक्षक नागिरेड्डी को घटनास्थल पर तैनात रहने और राहत कार्यों पर बारीकी से नजर रखने को कहा है।
मौके पर पहुंचे वरिष्ठ नेता और अधिकारी
केंद्रीय मंत्री जी. किशन रेड्डी ने घटनास्थल पर पहुंचकर रेस्क्यू अभियान की समीक्षा की। उन्होंने कहा, “मैं किसी को दोष नहीं दे रहा, लेकिन हैदराबाद जैसे तेजी से विकसित हो रहे शहर में पुलिस, नगरपालिका, अग्निशमन और बिजली विभागों को और अधिक मजबूत किए जाने की आवश्यकता है।” तेलंगाना मंत्री पोन्नम प्रभाकर, राज्य भाजपा प्रमुख और एआईएमआईएम नेता मुमताज अहमद खान भी मौके पर पहुंचे और राहत कार्यों की जानकारी ली।