जमशेदपुर : डीसी अनन्य मित्तल ने शनिवार को जमशेदपुर अंचल कार्यालय का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उपायुक्त ने कार्यालय से संबंधित तमाम अभिलेखों, पंजी और संचिकाओं की गहन जांच की और सभी दस्तावेजों को व्यवस्थित रखने के निर्देश दिए।
उन्होंने आगत-निर्गत पंजी, नीलाम पत्रवाद, लगान निर्धारण, कैशबुक और भूमि से जुड़े मामलों की समीक्षा करते हुए लंबित म्यूटेशन, नामांतरण और अवैध जमाबंदी मामलों का शीघ्र निपटारा सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उपायुक्त ने खासतौर पर यह हिदायत दी कि आम जनता को अनावश्यक रूप से कार्यालय का चक्कर न काटना पड़े और सभी कार्य समयबद्ध और पारदर्शी तरीके से निपटाए जाएं।
सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा करने वालों पर होगी कड़ी कार्रवाई

निरीक्षण के दौरान उपायुक्त ने अंचल कार्यालय के अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि सरकारी जमीनों पर अवैध कब्जा, निर्माण या खरीद-बिक्री की किसी भी कोशिश पर त्वरित कार्रवाई की जाए। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि ऐसी लापरवाही की स्थिति में संबंधित सरकारी कर्मियों की जवाबदेही तय करते हुए बर्खास्तगी तक की कार्रवाई होगी।
उन्होंने निर्देश दिया कि अतिक्रमण की सूचना मिलते ही नोटिस जारी कर आरोपी पर कार्रवाई की जाए। इसके अलावा, सरकारी भूमि पर अतिक्रमण रोकने के लिए नियमित सर्वे और जेपीएलई अभियान चलाने के भी निर्देश दिए।
बायोमेट्रिक हाजिरी अनिवार्य, अनुपस्थिति पर कार्रवाई
उपायुक्त ने बायोमेट्रिक उपस्थिति की अनिवार्यता पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि कार्यालय में समय पर उपस्थित होकर बायोमेट्रिक सिस्टम से हाजिरी दर्ज करना हर कर्मचारी की जिम्मेदारी है। उपस्थिति दर्ज नहीं करने वालों को अनुपस्थित माना जाएगा और उनके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
निरीक्षण के अंत में उपायुक्त ने अंचल कार्यालय की आधारभूत संरचना को और सुदृढ़ बनाने के निर्देश दिए। साथ ही अधिकारियों और कर्मचारियों को दक्षता और पारदर्शिता के साथ अपने दायित्वों का निर्वहन करने का सख्त निर्देश दिया। इस दौरान अपर उपायुक्त भगीरथ प्रसाद और अंचल अधिकारी मनोज कुमार भी उपस्थित थे।
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