जमशेदपुर : बिष्टुपुर बाजार में सरकारी जमीन पर रातो रात दुकान बना दी गई है। इस मामले में शिकायत मिलने के बाद एसडीओ शताब्दी मजूमदार मामले की जांच के लिए मौके पर गई थीं। मगर, बाजार में किसी ने उन्हें यह जानकारी नहीं दी कि यह दुकान किसने बनवाई है। एसडीओ ने कई दुकानदारों से पूछताछ की है मगर यह अवैध दुकान बनवाने वाले खिलाफ कोई मुंह खोलने के लिए तैयार नहीं है। इसके बाद एसडीओ ने जमशेदपुर अधिसूचित क्षेत्र समिति (जेएनएसी ) को मामले की जांच के आदेश दिए हैं। अब इस मामले की जांच जेएनएसी करेगी। जुस्को से भी जानकारी ली जा रही है कि उसने किसी को यह जगह आवंटित तो नहीं की है। एसडीओ ने कहा है कि अगर किसी ने बाजार में अवैध तरीके से दुकान बनाई है तो उसे कतई बख्शा नहीं जाएगा। उसके खिलाफ कार्रवाई होगी।
कचरा फेंकते थे लोग
दुकानदारों का कहना है कि यहां जिसने दुकान बनवाई है, वह जुगसलाई का रहने वाला है। दुकानदारों का कहना है कि जब दुकान बन रही थी तो इसकी शिकायत बिष्टुपुर थाना और जेएनएसी से भी की गई थी। मगर, किसी ने ध्यान नहीं दिया। इसके चलते कूड़ा फेंकने वाले स्थल पर टीन की यह बड़ी गुमटी टाइप बना कर दुकान रख दी गई है। दुकानदारों का कहना है कि यहां डस्टबिन रखी होती थी। अब डस्टबिन हटा दी गई है। अब उनके सामने कचरा फेंकने की दिक्कत हो रही है।
बिना आवंटन दुकान बनाना अवैध
शहर की बाजारें अब सैरात की जमीन में हैं। यहां बिना आवंटन कराए दुकान बनाना अवैध है। बिष्टुपुर बाजार में जितनी भी दुकानें बनी हैं सब को जगह आवंटित की गई है। इसी के बाद दुकानें बनी हैं। बिष्टुपुर में अवैध दुकान बनाने का यह पहला मामला नहीं है। पहले भी यहां अतिक्रमण कर दुकानें बनाई गई हैं। इसके चलते जेएनएसी तक को यहां कार्रवाई करनी पड़ी है।
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