सेंट्रल डेस्क : India vs Germany Hockey Semifinal Paris Olympics : ओलंपिक में 44 साल बाद गोल्ड मेडल जीतने का भारतीय पुरुष हॉकी टीम का सपना जर्मनी के हाथों पेरिस ओलंपिक के सेमीफाइनल में 2-3 से मिली हार से टूट गया। टोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक के मुकाबले में जर्मनी को हराने वाली भारतीय टीम पेरिस ओलंपिक में अब अपना कांस्य पदक मुकाबला 08 अगस्त को रात 8.30 बजे स्पेन के खिलाफ खेलेगी। वहीं फाइनल मुकाबला जर्मनी और नीदरलैंड के बीच खेला जाएगा।
पहले क्वार्टर में बढ़त बनाने के बावजूद भारतीय टीम लय कायम नहीं रख पाई। वहीं डिफेंस बिखरा हुआ था तो फॉरवर्ड पंक्ति दबाव में दिखी जबकि मिडफील्ड में भी कई गलतियां हुईं। इसके साथ ही भारत को अपने अनुभवी फर्स्ट रशर अमित रोहिदास की कमी बुरी तरह खली, जो ब्रिटेन के खिलाफ क्वार्टर फाइनल में मिले रेडकार्ड के कारण एक मैच का प्रतिबंध झेल रहे हैं। भारत को मैच में 12 पेनाल्टी कॉर्नर मिले, लेकिन दो ही गोल में बदल सके।
India vs Germany Hockey Semifinal Paris Olympics : जर्मनी ने दूसरे क्वार्टर में किए 2 गोल
जर्मनी ने दूसरे क्वार्टर के तीसरे मिनट यानी मैच के 18वें मिनट में बराबरी का गोल खेल दिया। जर्मनी ने यह गोल पेनाल्टी कॉर्नर के जरिए किया। वहीं गोल करने के बाद जर्मनी ने भारत पर दबाव बढ़ा दिया। उसने दूसरे क्वार्टर के 12वें मिनट में फिर पेनाल्टी कॉर्नर हासिल किया। यह जर्मनी का मैच में दूसरा पेनाल्टी कॉर्नर था। जर्मनी ने पेनाल्टी कॉर्नर लिया और गेंद जरमनप्रीत सिंह के पैर से टकराई। इससे जर्मनी को पेनाल्टी स्ट्रोक मिल गया। जर्मनी ने इसका फायदा उठाया और गोल कर दिया। इसके साथ ही जर्मनी ने मैच में 2-1 की बढ़त बना ली।
वहीं भारत ने तीसरे क्वार्टर के पहले ही मिनट में पेनाल्टी कॉर्नर बनाया। हरमनप्रीत सिंह ने अच्छा शॉट लगाया, लेकिन गोलकीपर ने उसे रोक लिया। वहीं हार्दिक ने रिबाउंड पर करारा शॉट लगाया, लेकिन कुछ इंच की दूरी से गोल रह गया। भारत ने चौथे मिनट में फिर पीसी बनाया, लेकिन गोल नहीं हुआ। भारत ने मैच के 36वें मिनट में 10वां पेनाल्टी कॉर्नर बनाया। भारत ने इस बार पीसी को गोल में बदल दिया। वहीं हरमनप्रीत सिंह के करारे शॉट को सुखजीत ने डिफ्लेक्ट किया और भारत को बराबरी दिला दी। तीसरे क्वार्टर में एक ही गोल हुआ, जो सुखजीत की स्टिक से आया।
India vs Germany Hockey Semifinal Paris Olympics : चौथे क्वार्टर में जर्मनी को पहला पीसी
जर्मनी ने चौथे क्वार्टर की शुरुआत में ही पेनाल्टी कॉर्नर बनाया। जिसमें जर्मनी ने इस पीसी पर भारत के गोल पर एक बार सीधा स्ट्रोक लगाया, इसके बाद दो इनडायरेट कोशिश की। वहीं आखिर में भारत ने गोल बचा लिया। इससे अच्छा बचाव इस मैच में देखने को नहीं मिला था। जर्मनी ने दो मिनट बाद ही एक और पेनाल्टी कॉर्नर जीत लिया। वहीं श्रीजेश ने लुकास के दमदार शॉट को रोक लिया। यह जर्मनी का चौथा पीसी था।
जर्मनी ने मैच के 54वें मिनट में तीसरा गोल ठोक दिया, जिससे उसने 3-2 की बढ़त बनाई। जब मैच में तीन मिनट बचे थे, तब भारत ने गोलकीपर पीआर श्रीजेश को मैदान से बाहर बुला लिया। इस बीच जर्मनी को पीसी मिल गया। भारत ने बिना गोलकीपर के ही पीसी बचाया, लेकिन मैच हार गया। वहीं जर्मनी ने 3-2 से मैच जीत लिया है।