नई दिल्ली/अमृतसर : अमेरिका से डिपोर्ट किए गए भारतीय नागरिकों का दूसरा विमान आज भारत पहुंचने वाला है। ये विमान रात करीब 10 बजे अमृतसर में लैंड करेगा। इस विमान में वे 119 भारतीय नागरिक होंगे जिन्हें अमेरिका ने वापस भेजा है। इस विमान में भारत के विभिन्न राज्यों के नागरिक शामिल हैं। इसमें हरियाणा से 59, पंजाब से 52 और गुजरात से 31 नागरिकों के अलावा बाकी लोग अन्य राज्यों से हैं। सूत्रों के मुताबिक, तीसरा विमान भी 16 फरवरी को अमेरिका से भारत आ सकता है, जिसमें 157 लोग होंगे।
पहला विमान 5 फरवरी को लैंड हुआ था
इससे पहले अमेररिका से डिपोर्ट किए गए भारतीय नागरिकों का पहला जत्था 5 फरवरी को अमृतसर पहुंचा था। इस जत्थे में वे 104 भारतीय नागरिक थे जिन्हें अमेरिका ने वापस भेजा था। इस घटनाक्रम के बाद से सियासी हलकों में हलचल मच गई थी। अब एक बार फिर से यह मुद्दा गरमा गया है।
सीएम भगवंत मान का केंद्र पर हमला
अमेरिका से डिपोर्ट किए गए भारतीय नागरिकों को लेकर अमृतसर में लैंडिंग पर पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार जानबूझकर पंजाब को बदनाम कर रही है। मुख्यमंत्री मान ने सवाल उठाया कि अमेरिका से डिपोर्ट किए गए भारतीयों को अमृतसर में ही क्यों उतारा जा रहा है? उन्होंने कहा, “क्या नरेंद्र मोदी के अमेरिका दौरे के बाद यह ट्रंप का तोहफा है?” भगवंत मान ने कहा कि यह भारत सरकार की जिम्मेदारी है कि वे अपने नागरिकों को बेहतर नौकरी और अवसर देने के लिए कदम उठाएं, ताकि वे अपने सपने पूरा करने के लिए विदेश न जाएं।
कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी का कड़ा बयान
इस मुद्दे पर कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने पूछा, “ये विमान पंजाब में क्यों उतर रहे हैं? क्या संदेश देना चाहती है सरकार? क्या यह संदेश दिया जा रहा है कि अमेरिका में डिपोर्ट होने वाले हर अवैध अप्रवासी पंजाब से ही है?” तिवारी ने यह भी आरोप लगाया कि केंद्र सरकार जानबूझकर पंजाब को बदनाम करने के लिए अमृतसर को चुन रही है। उन्होंने कहा कि पंजाब को इस तरह अपमानित नहीं किया जा सकता और दिल्ली को इस बात का ख्याल रखना चाहिए कि पंजाब अपमान बर्दाश्त नहीं करता।
बीजेपी ने कहा- राजनीति के बजाए एजेंट्स पर हो कार्रवाई
बीजेपी नेता आरपी सिंह ने मुख्यमंत्री भगवंत मान के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि अमेरिका से भारत आने वाली फ्लाइट्स के लिए अमृतसर सबसे नजदीकी इंटरनेशनल एयरपोर्ट है। इसलिए अमेरिकी विमान वहां उतरते हैं। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे का राजनीतिकरण करना और षड्यंत्र के सिद्धांतों को बढ़ावा देना गलत है। बीजेपी नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने भी इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार को इस मुद्दे पर राजनीति करने की बजाय इमीग्रेशन एजेंट्स के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए और इन डिपोर्ट किए गए लोगों से उनकी जमीन और पैसे की भरपाई करानी चाहिए।
तेज हुए आरोप-प्रत्यारोप
अमेरिका से डिपोर्ट किए गए भारतीयों के मामले पर सियासी बयानबाजी अब तीव्र हो गई है। एक ओर जहां मुख्यमंत्री भगवंत मान और कांग्रेस इस मुद्दे को पंजाब के अपमान से जोड़ते हुए केंद्र सरकार पर हमलावर हैं, वहीं बीजेपी इसे सिर्फ एक प्रशासनिक प्रक्रिया बता रही है। इस मामले में राजनीतिक दलों की प्रतिक्रियाओं ने इसे और भी विवादित बना दिया है। अब देखना यह है कि केंद्र सरकार इस मुद्दे को कैसे संभालती है और आगे इस मुद्दे पर कौन सी नई दिशा सामने आती है।