नई दिल्ली : आईपीएल (IPL) में उपयोग किए जा रहे एआई रोबोट डॉग का नाम ‘चंपक’ रखने को लेकर भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) विवादों में घिर गया है। बच्चों की लोकप्रिय पत्रिका‘चंपक’के प्रकाशक दिल्ली प्रेस पत्र प्रकाशन प्राइवेट लिमिटेड ने दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दायर कर इसे ट्रेडमार्क उल्लंघन बताया है।
अदालत ने चार हफ्ते में जवाब मांगा
न्यायमूर्ति सौरभ बनर्जी की अध्यक्षता में हुई सुनवाई में कोर्ट ने कहा कि ‘चंपक’ एक मौजूदा ब्रांड नाम है और BCCI को इस संबंध में चार सप्ताह के भीतर लिखित उत्तर दाखिल करने का निर्देश दिया गया है। अदालत ने अगली सुनवाई की तिथि 9 जुलाई 2025 तय की है।
‘चंपक’ ब्रांड के व्यावसायिक हितों पर चोट: याचिकाकर्ता
याचिकाकर्ता के वकील अमित गुप्ता ने अदालत को बताया कि चंपक एक पंजीकृत ट्रेडमार्क है और उसका उपयोग किसी भी वाणिज्यिक उद्देश्य के लिए करना कानूनी उल्लंघन है। उन्होंने कहा कि IPL जैसी वाणिज्यिक संस्था द्वारा एआई रोबोट डॉग का नाम चंपक रखना ब्रांड के व्यावसायिक दोहन की श्रेणी में आता है।
BCCI ने किया विरोध, बताया ‘चंपक’ सिर्फ एक फूल का नाम
BCCI की ओर से पेश हुए वरिष्ठ अधिवक्ता जे साई दीपक ने याचिका का विरोध करते हुए कहा कि ‘चंपक’ केवल एक फूल का नाम है और इसे पत्रिका से जोड़ना उचित नहीं है। उन्होंने यह भी तर्क दिया कि रोबोट डॉग को लोग लोकप्रिय टीवी सीरीज़ के पात्र से जोड़ रहे हैं, न कि बच्चों की पत्रिका से।
जज का सवाल: विराट कोहली का ‘चीकू’ नाम क्यों नहीं है विवाद में?
सुनवाई के दौरान जज ने मौखिक रूप से कहा कि क्रिकेटर विराट कोहली का निकनेम ‘चीकू’ भी चंपक पत्रिका के पात्रों में से एक है, फिर प्रकाशक ने उनके खिलाफ कोई कानूनी कार्रवाई क्यों नहीं की? अदालत ने यह भी पूछा कि यह ट्रेडमार्क उल्लंघन कैसे है, जिस पर याचिकाकर्ता ने कहा कि IPL का उद्देश्य पूरी तरह वाणिज्यिक है और इसमें मार्केटिंग, विज्ञापन और ब्रांडिंग शामिल है।

