जमशेदपुर : भाजपा जमशेदपुर महानगर किसान मोर्चा ने राज्य सरकार पर धान खरीद प्रक्रिया में किसानों के साथ अन्याय, वादाखिलाफी और आर्थिक शोषण का आरोप लगाया है। शुक्रवार को, मोर्चा के जिलाध्यक्ष मुचीराम बाउरी के नेतृत्व में एक प्रतिनिधि मंडल ने पूर्वी सिंहभूम जिला उपायुक्त अनन्य मित्तल को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नाम ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में किसान मोर्चा ने मुख्यमंत्री को याद दिलाया कि चुनाव प्रचार के दौरान उन्होंने किसानों से वादा किया था कि धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) 3200 रुपये प्रति क्विंटल किया जाएगा, लेकिन सत्ता में आने के बाद इसे घटाकर 2400 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया गया।
मोर्चा की ओर से क्या कहा गया?
किसान मोर्चा ने इस कदम को किसानों के साथ धोखा और उनकी मेहनत का अपमान करार दिया। इसके अलावा, उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार धान में नमी के नाम पर प्रति क्विंटल 10 किलोग्राम की कटौती कर रही है, जो उनके लिए और भी ज्यादा नुकसानदेह है। मोर्चा का कहना है कि झारखंड के किसान राज्य की खाद्य सुरक्षा और आर्थिक मजबूती की रीढ़ हैं, लेकिन सरकार उनके अधिकारों को कुचलने का प्रयास कर रही है। भाजपा किसान मोर्चा ने सरकार से मांग की है कि किसानों की समस्याओं का शीघ्र समाधान किया जाए। यदि सरकार ने ऐसा नहीं किया तो किसान मोर्चा ने राज्यव्यापी आंदोलन करने को बाध्य होगा।
किसान हित में आंदोलन की चेतावनी
भाजपा किसान मोर्चा के जमशेदपुर महानगर अध्यक्ष मुचीराम बाउरी ने कहा कि किसानों का शोषण कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि अगर सरकार ने तत्काल धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य बढ़ाकर 3200 रुपये प्रति क्विंटल नहीं किया और कटौती की प्रक्रिया बंद नहीं की, तो भाजपा कार्यकर्ता सड़क पर उतरने के लिए मजबूर होंगे। इस दौरान भाजपा किसान मोर्चा के महामंत्री दीपू शर्मा, प्रदेश मंत्री सदानंद महतो, प्रदेश सोशल मीडिया प्रभारी विक्रम चन्द्राकर, प्रदेश आईटी सेल प्रभारी सत्येंद्र प्रसाद और अन्य प्रमुख नेता भी उपस्थित थे।