जमशेदपुर: जमशेदपुर लोकल ट्रेलर ओनर यूनियन के अध्यक्ष जय किशन सिंह पर शुक्रवार को आदित्यपुर पुल के पास जानलेवा हमला हुआ। अज्ञात हमलावरों ने उनके साथ बेरहमी से मारपीट की, जिससे वे गंभीर रूप से घायल हो गए। जय किशन सिंह के अनुसार, हमलावरों ने उनकी सोने की चेन, अंगूठी और करीब डेढ़ लाख रुपये लूट लिए। घटना के बाद उन्हें इलाज के लिए साकची के एमजीएम अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी इमरजेंसी में चिकित्सा चल रही है। जय किशन सिंह का कहना है कि नितिन इंटरप्राइजेज में उनकी हत्या का प्लान तैयार किया गया था। बातचीत के दौरान ही नितिन इंटरप्राइजेज के कर्मचारियों ने लाठी, डंडे व राड से लैस होकर उन पर हमला कर दिया। अगर वह जान बचाकर नहीं भाग आते तो उनकी हत्या हो जाती। आंदोलन से जुड़े कई ड्राइवरों को पुलिस ने उठा लिया है। जयकिशन सिंह ने कहा है कि वह मामले की शिकायत पुलिस से करेंगे। कंपनी के दबाव में अगर पुलिस कार्रवाई नहीं करती है तो कोर्ट जाएंगे।
टाटा स्टील पर आरोप
जय किशन सिंह ने इस हमले के पीछे टाटा स्टील कंपनी का हाथ होने का आरोप लगाया है। उन्होंने कुछ दिन पहले ड्राइवरों के वेतन बढ़ोतरी की मांग को लेकर टाटा स्टील गेट के सामने भूख हड़ताल की थी। उनकी मांग थी कि ड्राइवरों को 22,500 रुपये प्रति माह वेतन दिया जाए। एसडीओ धालभूम शताब्दी मजूमदार के हस्तक्षेप के बाद गुरुवार को उनकी मांग मान ली गई, और हड़ताल समाप्त हो गई।
बातचीत के बहाने बुलाकर हमला
शुक्रवार को टाटा स्टील के एक वेंडर, नितिन इंटरप्राइजेज के कुछ लोगों ने जय किशन सिंह को बातचीत के लिए आदित्यपुर बुलाया, लेकिन वहां उनके साथ मारपीट और लूटपाट की गई। इस घटना ने ट्रांसपोर्ट जगत में हड़कंप मचा दिया है, और जय किशन सिंह के समर्थकों में आक्रोश है। अब देखना होगा कि पुलिस इस मामले में क्या कदम उठाती है और क्या जय किशन सिंह को न्याय मिल पाता है या नहीं।
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