Jamshedpur (Jharkhand) : पूर्वी सिंहभूम (जमशेदपुर) के वरीय पुलिस अधीक्षक (SSP) ने भ्रष्टाचार के खिलाफ एक बड़ा कदम उठाया है। शुक्रवार को कदमा थाना क्षेत्र के पुलिस अवर निरीक्षक सुनील कुमार दास को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। उन पर एक महिला से एक लाख रुपये की रिश्वत मांगने का गंभीर आरोप है। एसएसपी ने यह कड़ी कार्रवाई नगर पुलिस अधीक्षक की जांच रिपोर्ट के आधार पर की।
महिला ने FIR दर्ज कराने के बदले रिश्वत मांगने का लगाया था आरोप
पीड़िता दुर्गा कुमारी ने आरोप लगाया था कि वह एक मामले में प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए कदमा थाने गई थीं, जहां पुलिस अवर निरीक्षक सुनील कुमार दास ने FIR दर्ज करने की एवज में उनसे एक लाख रुपये की रिश्वत की मांग की। पीड़िता ने यह भी शिकायत की थी कि पुलिस अधिकारी ने उन्हें बार-बार थाने बुलाकर मानसिक रूप से प्रताड़ित भी किया। इस मामले में भाजपा नेता एवं सामाजिक कार्यकर्ता अंकित आनंद ने पीड़िता की आवाज बुलंद की और उन्हें उच्च अधिकारियों से लिखित शिकायत दर्ज कराने में मदद की, जिसके बाद मामले की जांच शुरू हुई।
जांच रिपोर्ट में पाया गया सेवा नियमों के उल्लंघन का दोषी
नगर पुलिस अधीक्षक द्वारा सौंपी गई जांच रिपोर्ट में पुलिस अवर निरीक्षक सुनील कुमार दास की भूमिका को संदिग्ध पाया गया। जांच में उन्हें सेवा नियमों का उल्लंघन करने का दोषी ठहराया गया, जिसके बाद एसएसपी ने त्वरित कार्रवाई करते हुए उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। इस कार्रवाई पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा नेता अंकित आनंद ने कहा कि यह न्याय और पुलिस पर आम लोगों के विश्वास की जीत है। उन्होंने यह भी कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति में यह कार्रवाई एक महत्वपूर्ण उदाहरण बनेगी। एसएसपी की इस त्वरित और कठोर कार्रवाई से पुलिस विभाग में भ्रष्टाचार के खिलाफ एक सख्त संदेश गया है।