Jamshedpur News : इंटरमीडिएट बचाओ संघर्ष समिति के बैनर तले आज जमशेदपुर में सैकड़ों छात्रों ने उपायुक्त कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन किया। छात्रों ने जुलूस निकालते हुए इंटरमीडिएट की पढ़ाई बंद करने के फैसले को वापस लेने की मांग की। प्रदर्शन कर रहे छात्रों का कहना था कि सरकार ने बिना वैकल्पिक व्यवस्था किए डिग्री कॉलेजों से इंटरमीडिएट सेक्शन हटाने का नोटिस जारी कर दिया है, जिससे हज़ारों छात्रों का भविष्य अधर में लटक गया है।
Jamshedpur News : क्या है मामला?
जमशेदपुर कोऑपरेटिव कॉलेज, वर्कर्स कॉलेज, विमेंस कॉलेज, और ग्रैजुएट कॉलेज जैसे संस्थानों में इंटरमीडिएट की पढ़ाई वर्षों से चल रही है। लेकिन हाल ही में सरकार ने इन डिग्री कॉलेजों से इंटरमीडिएट की पढ़ाई समाप्त करने का आदेश जारी कर दिया है। छात्रों का कहना है कि अब उन्हें किसी अन्य स्कूल में नामांकन कराने को कहा जा रहा है, जबकि पूरे क्षेत्र में प्रत्येक छात्र के लिए समुचित इंटर कॉलेज उपलब्ध ही नहीं हैं।
Jamshedpur News : छात्रों की पीड़ा: “हमारा भविष्य खतरे में है”
प्रदर्शन में शामिल छात्रा ने कहा, “हम यहां पढ़ाई कर रहे हैं, अचानक से हटाया जा रहा है। कोई दूसरा इंटर कॉलेज नहीं है, हम कहां जाएंगे?” संघर्ष समिति के सदस्य सुमित पाल ने बताया, “जमशेदपुर में लगभग 5000 छात्र-छात्राएं इंटरमीडिएट में नामांकित हैं। ऐसे में बिना पूर्व तैयारी के उन्हें हटाना अन्याय है।” उन्होंने प्रशासन से अपील की कि पहले वैकल्पिक व्यवस्था की जाए, उसके बाद ही किसी भी प्रकार का बदलाव लागू किया जाए।
क्या कहते हैं अभिभावक और शिक्षा जानकार?
अभिभावकों का कहना है कि सरकार के इस फैसले ने मध्यम वर्गीय और गरीब परिवारों के बच्चों को संकट में डाल दिया है। शिक्षा विशेषज्ञ भी मानते हैं कि अगर संक्रमण काल में विकल्प नहीं दिए जाते, तो यह छात्रों की शिक्षा में बड़ी रुकावट बन सकता है।
छात्रों की मांग
- डिग्री कॉलेजों से इंटरमीडिएट को हटाने का आदेश तत्काल रद्द हो।
- वैकल्पिक इंटर कॉलेजों की व्यवस्था होने तक यथास्थिति बनी रहे।
- छात्रों के साथ भविष्य और शिक्षा के नाम पर खिलवाड़ न किया जाए।