Jamtara (Jharkhand) : साइबर अपराध के गढ़ माने जाने वाले जामताड़ा में पुलिस ने एक और बड़ी सफलता हासिल की है। गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने करमाटांड थाना क्षेत्र में छापेमारी कर दो कुख्यात साइबर अपराधियों को रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। इन अपराधियों के पास से ₹9.91 लाख नकद, लैपटॉप, मोबाइल और कई आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद किए गए हैं।
पुलिस अधीक्षक राजकुमार मेहता ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस गिरफ्तारी की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पुलिस निरीक्षक चंद्रमणि भारती के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया था, जिसने ग्राम सामुकपोखर स्थित रितेश कुमार मंडल के घर और ग्राम जियाजोरी के राजाबांध तालाब के पास छापेमारी की।
गिरफ्तार आरोपी और उनका अपराध का तरीका
गिरफ्तार किए गए अपराधियों की पहचान रितेश कुमार मंडल (24) और पवन मंडल (26) के रूप में हुई है। ये दोनों ही पहले भी साइबर अपराध के मामलों में आरोपी रह चुके हैं। इनका अपराध करने का तरीका बेहद शातिर था। ये व्हाट्सएप पर बिजली बिल और आरटीओ ई-चालान का एक फर्जी एपीके लिंक भेजते थे। जैसे ही कोई पीड़ित इस लिंक को डाउनलोड करता, उसके मोबाइल का सारा डेटा अपराधियों के पास पहुंच जाता था। इसके बाद वे ई-वॉलेट का उपयोग कर पीड़ित के खाते से पैसे निकाल लेते थे। ठगी गई रकम को तुरंत कई खातों और वॉलेट में ट्रांसफर कर दिया जाता था, जिससे पुलिस के लिए उन्हें ट्रेस करना मुश्किल हो जाता था।
अंतरराज्यीय नेटवर्क का खुलासा
पुलिस के अनुसार, इन अपराधियों का नेटवर्क सिर्फ झारखंड तक ही सीमित नहीं था, बल्कि पश्चिम बंगाल, बिहार, आंध्र प्रदेश और असम जैसे राज्यों तक फैला हुआ था। आरोपियों के पास से ₹9,91,000 नकद, 5 मोबाइल, 6 सिम कार्ड, 6 एटीएम कार्ड, 3 चेकबुक, 2 लैपटॉप और कुछ अन्य दस्तावेज बरामद हुए हैं। फिलहाल, दोनों आरोपियों को आवश्यक पूछताछ के बाद जेल भेज दिया गया है। पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक न करें और संदिग्ध संदेशों की जानकारी तुरंत पुलिस को दें।