नई दिल्ली : Janata Dal United : राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) में शामिल महत्वपूर्ण घटक दल जनता दल यूनाइटेड की शनिवार को दिल्ली में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक होने जा रही है। इस बैठक में भाग लेने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पटना से दिल्ली रवाना हो गए हैं।
Janata Dal United :जेडीयू की दिल्ली में अहम बैठक
लोकसभा चुनाव के बाद होने वाली इस बैठक को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। माना जा रहा है कि इस बैठक में कई बड़े निर्णय लिए जा सकते हैं। इस बैठक में अगले साल होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर रणनीति पर चर्चा होगी और उसे लेकर कुछ बड़े निर्णय लिए जा सकते हैं।
Janata Dal United :कई अहम मुद्दों पर हो सकती है चर्चा
हाल ही में संपन्न लोकसभा चुनाव में पार्टी के प्रदर्शन पर चर्चा की जाएगी। पिछले साल दिसंबर में आयोजित राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष का पदभार संभालने के बाद नीतीश कुमार ने कुछ महत्वपूर्ण फैसले लिए थे, जिसमें महागठबंधन से नाता तोड़ना और भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए के समर्थन से बिहार में सरकार बनाना शामिल है। जदयू के नेता और मंत्री मदन सहनी भी बैठक में भाग लेने के लिए दिल्ली रवाना हो गए हैं। वहीं उन्होंने ये भी कहा कि पार्टी में बैठकें होती रहती हैं। यह बड़ी बैठक है, कुछ महत्वपूर्ण निर्णय लिए जाएंगे। अभी नहीं कहा जा सकता कि क्या निर्णय लिए जाएंगे।
Janata Dal United :जेडीयू संगठन में कई बदलाव की संभावना
वर्ष 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में जदयू ने 16 सीटें जीती थीं। वहीं जदयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की इस बैठक में पार्टी के सभी विधायक, सांसद और प्रमुखों को आमंत्रित किया गया है।
इसके साथ ही कहा जा रहा है कि इस बैठक में जदयू अपनी आगे की रूपरेखा तय करेगी, साथ ही कई सियासी मुद्दों पर विस्तार से चर्चा होगी। इस बैठक की अध्यक्षता जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार करेंगे। अनुमान है कि जेडीयू संगठन में कई उलटफेर हो सकते हैं।
वहीं जदयू के एक नेता की मानें तो बैठक में पार्टी को मजबूत करने के अलावा पार्टी के विस्तार समेत कई मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। वहीं लोकसभा चुनाव के बाद पैदा हुए हालात पर भी चर्चा की जाएगी। यह बैठक इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि नीतीश कुमार के नेतृत्व में जदयू अब 12 लोकसभा सांसदों के साथ केंद्र में एनडीए की अहम सहयोगी है। इसके अलावा पार्टी बिहार में लोकसभा की सीटों की संख्या में आई गिरावट पर भी चर्चा कर सकती है।