रांची : झारखंड की राजधानी रांची के चुटिया स्थित सिरमटोली सरना स्थल के पास बने फ्लाईओवर रैम्प के खिलाफ आदिवासी संगठनों ने हरमू रोड से विधानसभा तक मानव शृंखला बनाकर अपना विरोध दर्ज कराया। आदिवासी समाज के लिए यह स्थल धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है। संगठनों का कहना है कि यह रैम्प उनके पवित्र स्थल के समक्ष वाहनों के आवागमन को बढ़ाता है, जो आदिवासी धार्मिक गतिविधियों में रुकावट डाल सकता है।
विधानसभा में उठा मुद्दा
इस मुद्दे को विधानसभा में विधायक डॉ. रामेश्वर उरांव ने उठाया, जिसके बाद संसदीय कार्य मंत्री राधा कृष्ण किशोर ने सिरमटोली सरना स्थल का निरीक्षण करने के लिए एक कमेटी गठित करने की बात कही। विधानसभा अध्यक्ष रविंद्रनाथ महतो ने भी इस पर सहमति व्यक्त की, और अब यह कमेटी मामले की जांच करेगी।
आदिवासी संगठनों का विरोध और समाधान की मांग
आदिवासी मूलवासी मंच के अध्यक्ष सूरज टोप्पो ने कहा कि उनकी दो महीने पुरानी मांग के बावजूद सरकार ने रैम्प हटाने के लिए कोई कदम नहीं उठाया। उन्होंने सुझाव दिया कि फ्लाईओवर रैम्प को हटाने की बजाय, ओवरब्रिज को आगे बढ़ाया जाए ताकि सरहुल शोभायात्रा और अन्य धार्मिक आयोजन में कोई रुकावट न हो। इस आंदोलन में बबलु मुंडा, अमित मुंडा, मोहन तिर्की, और विजय कुमार उरांव जैसे प्रमुख आदिवासी नेता भी शामिल थे।
विधानसभा में हुआ अहम सुझाव और कार्रवाई का वादा
इस मुद्दे को विधानसभा में उठाने के बाद, संसदीय कार्य मंत्री और विधानसभा अध्यक्ष ने मामले की गहनता से जांच करने का आश्वासन दिया। अब इस कमेटी के द्वारा रिपोर्ट पेश करने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।