दुमका : बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने रविवार को झारखंड विधानसभा चुनाव के संदर्भ में बड़ा बयान देते हुए इसे दो विचारधाराओं के बीच की लड़ाई बताया। वे झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के जामा विधानसभा प्रत्याशी डॉ. लुईस मरांडी के समर्थन में आयोजित एक चुनावी सभा को संबोधित कर रहे थे।
यह सिर्फ झारखंड विधानसभा का चुनाव नहीं
तेजस्वी यादव ने सभा में कहा, “यह चुनाव सिर्फ झारखंड विधानसभा का नहीं, बल्कि पूरे देश का भविष्य तय करने वाला है। यह दो विचारधाराओं के बीच का संघर्ष है। एक तरफ वे लोग हैं जो नफरत फैलाते हैं, संविधान का अपमान करते हैं, और समाज में बंटवारा करने की कोशिश करते हैं। वहीं दूसरी तरफ वे लोग हैं जो प्यार, भाईचारे और लोकतंत्र की बात करते हैं, और संविधान को बचाने के लिए काम करते हैं।”
उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा, “बीजेपी का मतलब अब बड़का झूठा पार्टी है। इनकी नीतियां सिर्फ झूठ फैलाने पर आधारित हैं। हम महागठबंधन वाले विकास और वास्तविक काम की बात करते हैं। यूपीए सरकार में पेट्रोल 45 रुपये था, गैस सिलेंडर 450 रुपये थे, लेकिन अब पेट्रोल 100 रुपये से ऊपर पहुंच चुका है और गैस सिलेंडर का दाम 1200 रुपये हो गया है। बीजेपी वालों को मंहगाई डायन नजर आती थी, लेकिन अब ये इसे महबूबा और भौजी की तरह देखने लगे हैं।”
डॉ. लुईस मरांडी ने किया विकास का वादा
झामुमो के प्रत्याशी डॉ. लुईस मरांडी ने भी अपनी चुनावी सभा में जोरदार तरीके से भाजपा पर हमला बोला। उन्होंने कहा, “जामा विधानसभा क्षेत्र विकास के मामले में पीछे है। यहां की खेती अच्छी है, लेकिन सिंचाई की सुविधाओं का घोर अभाव है। अगर मुझे मौका मिला, तो हर खेत को पानी और हर हाथ को काम मिलेगा। हम युवाओं को रोजगार देंगे और क्षेत्र का विकास करेंगे।”
उन्होंने भाजपा पर समाज में दरार डालने का आरोप लगाते हुए कहा, “भाजपा का काम सिर्फ समाज को बांटना है – अगड़ी-पिछड़ी, दलित-पिछड़ा, हिन्दू-मुस्लिम की दीवार खड़ी करना। ऐसे लोगों से हमें सावधान रहना चाहिए, क्योंकि ये बंटोगे तो कटोगे।”
विपक्ष पर हमला जारी रखते हुए महागठबंधन के नेताओं की उपस्थिति
तेजस्वी यादव की इस सभा में महागठबंधन के कई नेता भी मौजूद थे। राज्यसभा सदस्य संजय यादव, राजद जिलाध्यक्ष प्रमोद पंडित, झामुमो प्रखंड अध्यक्ष कालेश्वर सोरेन, और अन्य कई कार्यकर्ता भी सभा में शामिल हुए। सभा में लोगों ने महागठबंधन की योजनाओं का समर्थन करते हुए भाजपा की नीतियों का विरोध किया।