Ranchi (Jharkhand) : झारखंड विधानसभा के आगामी मानसून सत्र को लेकर विधानसभा अध्यक्ष रवीन्द्र नाथ महतो ने बुधवार को राज्य के वरीय अधिकारियों के साथ एक उच्चस्तरीय बैठक की। इस बैठक में उन्होंने संबंधित अधिकारियों को सत्र के सुचारू संचालन और विधायी कार्यों की गंभीरता सुनिश्चित करने के लिए कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए।
विधायकों के प्रश्नों के संतोषजनक उत्तर पर जोर
विधानसभा अध्यक्ष रवीन्द्र नाथ महतो ने बैठक में स्पष्ट किया कि आगामी सत्र को ध्यान में रखते हुए, जिन अधिकारियों को अपने विभागों से संबंधित प्रश्नों के उत्तर देने की जिम्मेदारी सौंपी गई है, वे इस बात का पूरा ख्याल रखें कि उनके उत्तर ऐसे हों, जिससे न सिर्फ प्रश्न पूछने वाले जनप्रतिनिधि (विधायक), बल्कि पूरा सदन भी पूरी तरह संतुष्ट हो सके। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि सदन में मंत्रियों द्वारा दिए गए आश्वासनों की गरिमा हर हाल में बरकरार रहनी चाहिए।
महतो ने निर्देश दिया कि सदन की कार्यवाहियों के दौरान पदाधिकारी दीर्घा में वरीय अधिकारियों की उपस्थिति अनिवार्य है। साथ ही, प्रश्नों के उत्तर शाम 4 बजे तक सभा सचिवालय को उपलब्ध करा दिए जाएं। जिन विभागों के विधेयक सदन में पेश होने हों, वे भी समय पर सभा सचिवालय को उपलब्ध कराएं, ताकि जनप्रतिनिधियों को विधेयकों का अध्ययन करने का पर्याप्त समय मिल सके। विधानसभा अध्यक्ष ने विशेष रूप से स्वास्थ्य, ऊर्जा और गृह विभाग के वरीय पदाधिकारियों को सत्र के दौरान आवश्यक तैयारी करने के निर्देश दिए।
संसदीय कार्य मंत्री और मुख्य सचिव के निर्देश
बैठक में संसदीय कार्य मंत्री ने भी वरीय पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि ऐसे विषयों पर, जिनके उत्तर सरकार को देने हों, उनकी तैयारी पदाधिकारी पहले से करके रखें। उन्होंने यह भी कहा कि 04 अगस्त को, जिस दिन सदन में पहला अनुपूरक बजट पेश होना है, उस दिन वित्त विभाग के पदाधिकारी अपनी ड्यूटी रोस्टर के अनुसार सदन में उपस्थित रहें।
बैठक में झारखंड विधानसभा प्रभारी सचिव माणिक लाल हेम्ब्रम, मुख्य सचिव अलका तिवारी, पुलिस महानिदेशक अनुराग गुप्ता, गृह विभाग की प्रधान सचिव वंदना दादेल, पुलिस महानिरीक्षक, मुख्यालय सुदर्शन प्रसाद मंडल, सूचना एवं जनसंपर्क विभाग की सचिव पूजा सिंघल, अमित कुमार, सुशांत गौरव, उपायुक्त, वरीय पुलिस अधीक्षक सहित अन्य संबंधित पदाधिकारी उपस्थित थे।
उल्लेखनीय है कि झारखंड विधानसभा का मानसून सत्र 1 अगस्त से 7 अगस्त तक चलेगा।
मानसून सत्र का विस्तृत कार्यक्रम
1 अगस्त 2025: राज्यपाल की सहमति प्राप्त विधेयक सदन के पटल पर रखे जाएंगे, और दिवंगत विभूतियों को श्रद्धांजलि अर्पित की जाएगी।
4 अगस्त 2025: वित्तीय वर्ष 2025-26 का पहला अनुपूरक बजट सदन में पेश किया जाएगा।
5 अगस्त 2025: प्रश्नकाल आयोजित होगा और अनुपूरक बजट पर चर्चा की जाएगी।
6 अगस्त 2025: प्रश्नकाल के बाद राजकीय विधेयक पेश किए जाएंगे।
7 अगस्त 2025: प्रश्नकाल के साथ-साथ राजकीय विधेयक और गैर-सरकारी संकल्पों पर चर्चा होगी।
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