रांची : झारखंड प्रदेश कांग्रेस ने बुधवार को अडानी और उनके सहयोगियों को बचाने, मणिपुर में जारी हिंसा की अनदेखी और अन्य मुद्दों के विरोध में एक विशाल राजभवन मार्च निकाला। यह मार्च प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष केशव महतो कमलेश के नेतृत्व में शहीद स्थल से राजभवन तक निकला। मार्च के बाद यह सभा में तब्दील हो गई, जिसमें कांग्रेस नेताओं ने केंद्र सरकार की नीतियों और कार्यप्रणाली की आलोचना की।
केंद्र सरकार पर उठाए गए गंभीर सवाल
राजभवन पहुंचने पर सभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष केशव महतो कमलेश ने कहा कि केंद्र सरकार दोनों अहम मुद्दों पर पूरी तरह मौन है। उन्होंने कहा, “मणिपुर में हिंसा जारी है, लेकिन प्रधानमंत्री और गृह मंत्री ने इस पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया। मणिपुर की शांति बहाली के लिए कांग्रेस लगातार आवाज उठा रही है, लेकिन सरकार चुप है। वहीं, अडानी और उनके सहयोगियों के भ्रष्टाचार के मामले पर भी केंद्र ने कोई सफाई नहीं दी।”

कांग्रेस नेताओं ने की तीखी टिप्पणी
कांग्रेस विधायक दल के नेता प्रदीप यादव ने कहा, “यह जनता की आवाज है कि प्रधानमंत्री और गृह मंत्री को मणिपुर में हो रही हिंसा पर जवाब देना चाहिए। झारखंड में आए दिन अमित शाह आते हैं, लेकिन मणिपुर की स्थिति पर उन्हें समय नहीं मिलता।” वहीं, विधायक राजेश कच्छप ने कहा कि अगर प्रधानमंत्री मोदी अडानी को बचाने के लिए आगे आएंगे, तो जनता उन्हें सशक्त जवाब देगी। “राहुल गांधी के नेतृत्व में हम खुद को मजबूत करेंगे,” उन्होंने कहा।
बाबा साहब की अवामानना का आरोप
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने कहा कि जनता ने मन बना लिया है कि मोदी सरकार को सत्ता से हटाना है। उन्होंने कहा, “अगर बाबा साहब का संविधान नहीं होता तो आज देश के आदिवासी, अल्पसंख्यक और पिछड़े वर्ग हाशिये पर होते, लेकिन भाजपा उनकी अवमानना कर रही है।” राज्य के वित्त मंत्री राधा कृष्ण किशोर ने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि जो दल भीमराव अंबेडकर का अपमान करता है, वह पूरी भारतीय लोकतांत्रिक व्यवस्था का अपमान करता है।
कांग्रेस के अन्य नेता भी हुए शामिल
इस अवसर पर कृषि मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की और पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर सहित कई प्रमुख नेताओं ने सभा को संबोधित किया। सभा में विधायक सुरेश बैठा, नमन विक्सल कोन्गाडी, भूषण बाड़ा, स्वेता सिंह, रामचन्द्र सिंह, ममता देवी, और पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय सहित अन्य नेता भी उपस्थित थे।