गढ़वा : ईसाई मिशनरियों द्वारा राज्य में मतांतरण का खेल खेला जा रहा है। ईसाई धर्म के प्रचार एवं पुस्तंके बांटने के नाम पर मिशनरियों से जुड़े लोग टीम बनाकर भोले-भाले लोगों को ईसाई धर्म में मतांतरित होने को ले राजी कर ले रहे हैं। ऐसे ही मतांतरण कराने आंध्रप्रदेश व बिहार से आए ईसाई मिशनरियों से जुड़े डेढ़ दर्जन लोगों को बुधवार की सुबह गढ़वा शहर के टंडवा मोहल्ले के लोगों ने पकड़ कर पुलिस को सौंप दिया। पुलिस उन्हें हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। बताया जा रहा है कि गढ़वा में ईसाई मिशनरियों से जुड़े करीब 60 लोग मतांतरण कराने दूसरे राज्यों से पहुंचे हैं। ये अलग-अलग टीम बनाकर शहर के आलग-अलग इलाकों में ठहरे हैं।
इस टीम में महिलाएं भी शामिल हैं। पकड़े गए लोगों में से एक जी राजू नामक व्यक्ति खुद को सीआरपीएफ का जवान बता रहा है। उसने उत्तर प्रदेश के रामपुर में ड्यूटी होने की बात कही है। इनके पास से बड़ी मात्रा में यीशु मसीह से संबंधित धार्मिक पुस्तकें बरामद की गई है। पुलिस मामले की छानबीन में जुटी है तथा फिलहाल कुछ भी कहने से परहेज कर रही है। वहीं गढ़वा शहर के टंडवा मोहल्ले के करीब ढाई दर्जन ग्रामीणों ने गढ़वा थाना में आवेदन देकर पकड़े गए लोगों पर जागरूकता एवं टीकाकरण महाअभियान की आड़ में प्रलोभन तथा भय दिखाकर मतांतरण कराने का आरोप लगाते हुए प्राथमिकी करने का अनुरोध किया है।
इस घटना के बाद लोगों में काफी आक्रोश देखने को मिल रहा है। पकड़े गए लोगों में से ज्यादातर लोग आंध्रप्रदेश के गुंटुर जिला व बिहार के मुंगेर जिले के बताए जा रहे हैं। इन सबका सरगना बिहार के मुंगेर जिला अंतर्गत थाना मुफ्फसिल के नौवागढ़ुी निवासी वर्तमान में गढ़वा के टंडवा मोहल्ला निवासी आशुतोष आनंद पिता मदन प्रसाद बताया जा रहा है। जो फिलहाल पुलिस की पकड़ से बाहर है। बताया जा रहा है कि आशुतोष पूरे परिवार के साथ गढ़वा के टंडवा मोहल्ला में किराए के मकान में रहता है तथा ईसाई धर्म के प्रचार के साथ साथ मतांतरण का कार्य कर रहा है। वह विगत छह वर्ष से गढ़वा में विभिन्न स्थानों पर किराए के मकान में रहकर इस कार्य में लगा हुआ हैं। आशुतोष आनंद द्वारा ही आंध्रप्रदेश से प्रचार टीम को गढ़वा बुलाया गया है। ताकि वह अपने अभियान को तेज कर सके। बताया जा रहा है कि इस टीम के सदस्य गढ़वा जिला मुख्यालय में 60 की संख्या में हैं, जो शहर के विभिन्न क्षेत्रों में जाकर लोगों को ईसाई धर्म के बारे में बताते हैं, पुस्तकें देते हैं तथा मतांतरित होने के लिए प्रेरित करते हैं। इनमें कुछ नगर परिषद के आश्रय गृह में तो कुछ किराये के घर में रह रहे हैं।
पुलिस ने जिन लोगों को हिरासत में लिया है उनमें जी राजू, अदइना, जिला करनुल, आंध्रप्रदेश तथा कथित सीआरपीएफ का जवान के नागेश, तालागुटवा, गुंटुर आंध्रप्रदेश, प्रेम कुमार, प्रिजीगुराल, गुंटुर, आंध्रप्रदेश के बसंत, प्रिजीगुराल, गुंटुर, आंध्रप्रदेश प्रदमईया, प्रिजीगुराल, गुंटुर, आंध्रप्रदेश, जोशी राज, आंध्रप्रदेश, जी गोंगोरी, अरनुर, आंध्रप्रदेश, प्रकाश जेला, अरनूर आंध्रप्रदेश, बी राजेश, अमलाप, गुटुर, आंध्रप्रदेश, अजय राम, कीताासोती, गढ़वा, प्रवीण कुमार, गुंटूर, आंध्रप्रदेश, प्रिया भारती, नौवगढ़ी, मुंगेर, मुन्नी देवी, नौवगढ़ी मुंगेर, रूही देवी नौवगढ़ी मुंगेर आदि का नाम शामिल है।

