रांची: झारखंड शराब घोटाले में गिरफ्तार IAS अधिकारी विनय कुमार चौबे की तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें रांची के रिम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया था। शनिवार सुबह उनकी मेडिकल रिपोर्ट सामने आई, इसमें उनके किडनी फंक्शन में गड़बड़ी की पुष्टि हुई है। रिम्स प्रबंधन ने नेफ्रोलॉजी विभाग की एचओडी डॉ प्रज्ञा पंत घोष को उन्हें चिकित्सा परामर्श देने के लिए बुलाया है।डॉक्टरों की रिपोर्ट के अनुसार, विनय चौबे को किडनी से जुड़ी समस्याओं के साथ ही हाई ब्लड प्रेशर की भी शिकायत है। 22 मई की शाम को उनकी तबीयत अचानक बिगड़ने के बाद बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा से उन्हें रिम्स में शिफ्ट किया गया था।
उनकी ब्लड और यूरिन रिपोर्ट की जांच मेडिसिन विभाग के डॉक्टर ऋषि तुहिन गुड़िया की देखरेख में करायी गई थी।रिपोर्ट आने के बाद डॉ प्रज्ञा पंत ने पूर्व में दी गई दवाओं को जारी रखने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि इलाज की अगली दिशा ब्लड और यूरिन की नियमित जांच के आधार पर तय की जाएगी।
डॉक्टरों की विशेष टीम की निगरानी में चल रहा इलाज
रिम्स प्रबंधन ने IAS अधिकारी की सेहत पर लगातार नजर रखने के लिए पांच डॉक्टरों की टीम गठित की है। इस टीम में मेडिसिन विभाग से डॉ ऋषि तुहिन गुड़िया और डॉ अजीत डुंगडुंग, नेफ्रोलॉजी से डॉ प्रज्ञा पंत घोष और कार्डियोलॉजी से डॉ मृणाल कुंज शामिल हैं। खास डाइट और घर का खाना मिल रहाजेल प्रशासन से अनुमति मिलने के बाद विनय चौबे को घर का बना हुआ खाना खाने की अनुमति दी गई है। उनकी सेहत को देखते हुए उनके लिए विशेष डाइट निर्धारित की गई है, जो सुबह से रात तक उनके घर से भेजी जा रही है।
20 मई को हुई थी गिरफ्तारी
गौरतलब है कि 20 मई को ACB की टीम ने IAS अधिकारी विनय कुमार चौबे को झारखंड में हुए शराब घोटाले के सिलसिले में उनके घर से पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी के बाद से ही उनकी सेहत लगातार बिगड़ रही थी।