रामगढ़ : मजदूरी भुगतान को लेकर लंबे समय से जारी विवाद एक बार फिर सिरका लोकल सेल के संचालन में बाधा बनने जा रहा है। सेल संचालन समिति ने 27 दिसंबर से अनिश्चितकालीन बंदी का ऐलान किया है। इस फैसले से कोयला उत्पादन और संप्रेषण पूरी तरह ठप हो सकता है।
मजदूरी विवाद बना बंदी की वजह
सेल संचालन समिति के अध्यक्ष राजेश बेदिया ने बताया कि मजदूरों की बकाया मजदूरी का भुगतान लिफ्टर के माध्यम से करने का निर्देश दिया गया था। लेकिन लिफ्टर इस पर कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं। समिति ने स्पष्ट किया है कि यदि मजदूरों को शीघ्र भुगतान नहीं किया गया, तो सिरका कोलियरी में उत्पादन और संप्रेषण अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दिया जाएगा।
समझौते के बावजूद भुगतान में देरी
20 दिसंबर को एसडीओ कार्यालय में हुई बैठक में रामगढ़ विधायक ममता देवी और एसडीओ अनुराग कुमार तिवारी ने मजदूरों की बकाया मजदूरी के शीघ्र भुगतान का मौखिक निर्देश दिया था। इसके बावजूद भुगतान नहीं हो सका। राजेश बेदिया ने बताया कि 17 दिसंबर को सिरका रोड सेल संचालन समिति और कांग्रेस नेता समसूद खान के बीच हुए समझौते में कांग्रेस को 15 दंगल का संचालन करने का अधिकार दिया गया था। इसके बावजूद मजदूरी का मुद्दा अनसुलझा रह गया।
बंदी का असर और प्रबंधन की भूमिका
एसडीओ अनुराग कुमार तिवारी ने कहा कि सिरका सेल में विवादों का लंबा इतिहास है। सेल में कई गुट आपस में तालमेल नहीं बिठा पाते हैं। मजदूरी का मामला सीसीएल प्रबंधन के अधिकार क्षेत्र में आता है। हालांकि, किसी भी तरह की विधि-व्यवस्था बिगड़ने पर जिला प्रशासन कदम उठाएगा।
स्थानीय स्तर पर संकट गहराया
सिरका कोलियरी में बंदी से क्षेत्रीय मजदूरों और कोयला उत्पादन पर गहरा प्रभाव पड़ सकता है। सेल संचालन समिति ने इसे मजदूर हित का कदम बताया है, लेकिन प्रशासन और प्रबंधन के बीच तालमेल की कमी से समस्या और जटिल हो गई है।