रामगढ़ : जिले के गोला प्रखंड में बुधवार को एक दर्दनाक सड़क हादसा हुआ, जिसने पूरे इलाके को हिला दिया। तिरला मोड़ के पास एक स्कूली बच्चों से भरी ऑटो को एलपी ट्रक (डब्ल्यूबी 33 डी 7015) ने टक्कर मार दी, जिससे ट्रक पलट गया और इस हादसे में तीन बच्चों और एक ड्राइवर की मौके पर ही मौत हो गई। इस दुर्घटना में 12 अन्य बच्चे घायल हो गए, जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया। हादसा इतना भयानक था कि परिजनों के चीख पुकार से पूरा गोला प्रखंड गूंज उठा।
गुस्साए ग्रामीणों ने ट्रक ड्राइवर को पीटा
घटना के बाद, गुस्साए ग्रामीणों ने ट्रक ड्राइवर को पकड़ लिया और जमकर पिटाई की। उनका गुस्सा इस कदर बढ़ गया था कि उन्होंने उस ट्रक को भी क्षतिग्रस्त कर दिया, जिसने तीन मासूम बच्चों की जान ली थी। ट्रक ड्राइवर की हालत गंभीर बताई जा रही है, और उसे इलाज के लिए सदर अस्पताल भेजा गया है। ग्रामीणों का आक्रोश देखकर स्थानीय प्रशासन और पुलिस को मौके पर पहुंचकर स्थिति पर काबू पाना पड़ा।
घायल बच्चे और मृतकों के नाम
घायल बच्चों में पतरातू गांव के उज्जवल ठाकुर (11), अंश कुमार (5), सुजीत कुमार (11), श्री कुमारी (9), अंशुका कुमारी (11), कृष्णा करमाली (6), राशि कुमारी (5), अनमोल नायक (5), राधिका कुमारी (6), और आयुष कुमार साहू (8) शामिल हैं। मृतकों के नाम फिलहाल स्पष्ट नहीं हो पाए हैं, लेकिन बताया जा रहा है कि वे भी सरलाखुर्द गांव के रहने वाले थे। इसके अलावा, ऑटो चालक सरफराज की भी इस हादसे में जान चली गई।
गुडविल स्कूल और प्रशासन की लापरवाही
हादसे के पीछे एक और चौंकाने वाली बात सामने आई है। गोला का गुडविल स्कूल राज्य सरकार के आदेश के खिलाफ संचालित हो रहा था। ठंड के कारण राज्य सरकार ने 13 जनवरी तक कक्षा 8 तक की छुट्टियां बढ़ा दी थीं। लेकिन गुडविल स्कूल ने इन आदेशों की अनदेखी की और छोटे बच्चों को असुरक्षित वाहन में स्कूल भेजने के लिए मजबूर किया, जिसके परिणामस्वरूप यह भयावह हादसा हुआ।
इस घटना ने यह साफ कर दिया कि बच्चों की सुरक्षा को लेकर प्रशासन और स्कूल प्रबंधन को सख्त कदम उठाने की आवश्यकता है। स्थानीय विधायक ममता देवी, रामगढ़ एसडीओ अनुराग कुमार तिवारी, और अन्य अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे और पीड़ित परिवारों को सांत्वना दी।