जमशेदपुर : झारखंड के लिए 2025 का नया साल एक बेहद दुखद शुरुआत लेकर आया। जब एक तरफ लोग नए साल का जश्न मना रहे थे, वहीं दूसरी तरफ राज्य में हुई दिल दहला देने वाली घटनाओं ने सबको स्तब्ध कर दिया। नववर्ष के पहले दिन ही 18 लोगों की जान चली गई। इनमें पारिवारिक विवाद, हादसों और रफ्तार के कहर से जुड़ी घटनाएं शामिल हैं।
हजारीबाग जिले में दिल दहलाने वाली घटना
नए साल के पहले दिन हजारीबाग जिले के चरही स्थित सड़वाहा गांव में एक दर्दनाक घटना हुई। पत्नी से विवाद के बाद एक पति ने अपनी बाइक समेत कुएं में छलांग लगा दी। उसे बचाने के लिए चार अन्य लोग भी कुएं में कूद पड़े, लेकिन दुर्भाग्यवश उन पांचों की मौत हो गई। यह हादसा न केवल हजारीबाग जिले, बल्कि पूरे झारखंड को झकझोर कर रख गया। इस घटना ने राज्यभर में गहरी उदासी का माहौल पैदा कर दिया।
खूंटी जिले में जंगली हाथियों के हमले में ग्रामीण की मौत
नव वर्ष के पहले दिन खूंटी जिले के कर्रा प्रखंड स्थित छोटका केदली गांव में एक और दिल दहला देने वाली घटना हुई। जंगली हाथियों के झुंड ने एक ग्रामीण को कुचलकर मार डाला। यह घटना ग्रामीणों में भय का माहौल उत्पन्न करने के साथ-साथ प्राकृतिक असंतुलन की भी ओर इशारा करती है।
धनबाद में हत्या और पुलिस की लाठी चार्ज
धनबाद जिले के बैंक मोड़ थाना क्षेत्र में एक युवक की हत्या का मामला सामने आया। हत्या के बाद बवाल कर रहे आक्रोशित लोगों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया, जिससे स्थिति और बिगड़ गई। इस घटना ने भी नए साल के पहले दिन झारखंड में कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए।
सड़क दुर्घटनाओं में भारी संख्या में मौतें
नव वर्ष के पहले दिन झारखंड में सड़क दुर्घटनाओं का सिलसिला भी थमता नहीं दिखा। जमशेदपुर के टेल्को क्षेत्र में एक तेज रफ्तार कार पेड़ से टकरा गई, जिसमें तीन लोगों की जान चली गई। इसी तरह की सड़क दुर्घटनाओं में लातेहार और गुमला जिले से भी दुखद खबरें आईं।
लातेहार जिले के मनिका थाना क्षेत्र में डिग्री कॉलेज के पास एक बोलेरो और बाइक के बीच टक्कर हुई, जिसमें तीन युवकों की मौके पर ही मौत हो गई। गुमला जिले के बसिया थाना क्षेत्र में भी एक दर्दनाक हादसा हुआ, जहां बाइक सवार दो युवकों की ट्रेलर को ओवरटेक करने के प्रयास में मौत हो गई। वहीं, गुमला जिले के भरनो प्रखंड में एक स्कूटी सवार युवक की जान एक अन्य दुर्घटना में चली गई।
खूंटी जिले में भी सड़क दुर्घटना ने ली दो जानें
खूंटी जिले के मुरहू क्षेत्र में भी सड़क दुर्घटना ने दो युवकों की जान ले ली। ये घटनाएं नव वर्ष के पहले दिन ने झारखंड के सड़क सुरक्षा की गंभीर स्थिति को और स्पष्ट कर दिया, जहां हर साल ऐसे हादसों में लोगों की जान चली जाती है।
सड़क सुरक्षा पर कड़ी नजर की आवश्यकता
विशेषज्ञों की मानें, तो झारखंड में नए साल के पहले दिन इन घटनाओं ने साबित कर दिया कि राज्य में सड़क सुरक्षा व अपराध नियंत्रण को लेकर और अधिक कड़ी निगरानी और जागरूकता की जरूरत है। पुलिस प्रशासन की सतर्कता के बावजूद इन घटनाओं से प्रतीत होता है कि सख्त उपायों की जरूरत है। क्योंकि, नए साल का पहला दिन झारखंड के लिए त्रासदी का दिन बनकर सामने आया। सरकार को सड़क सुरक्षा और सामाजिक मुद्दों पर और ध्यान देने की जरूरत है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को नियंत्रित किया जा सके।