– अतिक्रमणकारियों से अतिक्रमण हटाओ अभियान पर होने वाले खर्च का दिया नोटिस
धनबाद : 417 करोड़ रुपये की लागत से बन रही 20 किमी की आठ लेन सड़क शुरू होने से पहले ही अवैध कब्जे की शिकार होती जा रही है। आलम यह है कि बिनोद बिहारी चौक से अशर्फी अस्पताल तक आठ लेन तो छोड़िए पहले से बनी नगर निगम की नाली तक कब्जा कर ली गई है। सोमवार को निगम की जंबो टीम ने बड़े स्तर पर अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाकर नाली से अतिक्रमण हटाया। बुलडोजर चलाकर अवैध अतिक्रमण ध्वस्त किया गया। पहली बार निगम ने कोई कब्जा हटाने के लिए इतनी बड़ी टीम का गठन किया है। अपर नगर आयुक्त महेश्वर महतो के नेतृत्व में 20 सदस्यीय टीम अशर्फी अस्पताल से बिनोद बिहारी चौक तक बड़े नाले को अतिक्रमणुक्त कराया। अतिक्रमण हटाने के साथ ही कब्जाधरियों को नोटिस देकर अभियान पर होने वाला खर्च जमा करने का भी निर्देश दिया गया है। बिनोद बिहारी चौक से लेकर अशर्फी अस्पताल तक पेट्रोल पंप संचालक, वेडिंग बेल्स होटल, निर्माणाधीन भवन और अशर्फी अस्पताल ने नाला कब्जा कर पक्का निर्माण कर लिया था। निगम के नाले में मिट्टी भर तक भर दिया गया।
नाला पूरी तरह से गायब हो चुका है। इसकी वजह से आसपास के लोगों को समस्या हो रही है। नाली का पानी मोहल्ले में ही बहता रहता है। निकलने का रास्ता तक नहीं है। अतिक्रमण हटाओ अभियान में अपर नगर आयुक्त महेश्वर महतो, सहायक अभियंता विनय कुमार सिंह, मनोज कुमार सिंह, सिटी मैनेजर प्रेम प्रकाश, कुणाल कुमार सिंह, शब्बर आलम, रणधीर वर्मा, कनीय अभियंता विकास कुमार सिंह, दीपक कुमार पंडित, अभिमन्यु सिंह, आनंद कुमार, गौतम कुमार, कर संग्रहक रामकुमार शर्मा, स्वच्छता निरीक्षक अर्जुन राम, खाद्य निरीक्षक अनिल कुमार और स्वच्छता पर्यवेक्षक चिंटू कुमार, नरेश कुमार, संजय कुमार, मनोज कुमार एवं ब्रजेश कुमार समेत सफाईकर्मी शामिल थे।
अशर्फी को डीजी सेट हटाने के लिए मांगा समय
अशर्फी अस्पताल ने भी नाले का अतिक्रमण कर डीजी जनरेटर लगा दिया। इसे हटाने पहुंची टीम को विरोध का सामना करना पड़ा। निगम के अधिकारियों ने जब नियमों का हवाला दिया तो अस्पताल प्रबंधन ने डीजी सेट खुद से हटाने के लिए 15 दिन का समय मांगा। निगम की ओर से समय दे दिया गया। यहीं पास में एक निर्माणाधीन बहुमंजिला भवन का भी कुछ हिस्सा तोड़ा गया।